उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट ने शुक्रवार को चेतावनी दी कि सावरकर पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के विचारों के चलते कांग्रेस के साथ उसकी साझेदारी खतरे में पड़ सकती है। बकौल शिवसेना सांसद अरविंद सावंत उद्धव मामले में एक बयान दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि संजय राउत ने एक बयान दिया कि हम एमवीए गठबंधन में बने नहीं रह सकते हैं। यह पार्टी की ओर से एक गंभीर प्रतिक्रिया है।
इससे पहले शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा, “सावरकर का मुद्दा हमारे लिए महत्वपूर्ण है और हम उनकी विचारधारा में विश्वास करते हैं। उन्हें (कांग्रेस को) इस मुद्दे को नहीं उठाना चाहिए था।” उद्धव ठाकरे के बेटे और शिवसेना विधायक आदित्य ठाकरे ने कहा, ‘हमने कल ही अपनी बात स्पष्ट कर दी थी। अभी के लिए उद्धव ठाकरे और संजय राउत ने जो भी कहा, इस मुद्दे पर हमारा यही रुख है।’
वहीं गठबंधन के बचाव में, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा कि राहुल गांधी ने सावरकर को “निशाना” नहीं बनाया था, बल्कि राहुल एक ऐतिहासिक तथ्य बता रहे थे।
मालूम हो कि शिवसेना ने 2019 में महाराष्ट्र चुनाव के बाद कांग्रेस और शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के साथ एमवीए गठबंधन किया था। मुख्यमंत्री की सीट साझा करने को लेकर लंबे समय से सहयोगी बीजेपी के साथ संबंध टूटने के बाद यह कदम उठाया गया था।
याद हो कि इस साल की शुरुआत में शिवसेना के भीतर बगावत हुई थी, जब पार्टी के मजबूत नेता एकनाथ शिंदे अधिकांश विधायकों के साथ भाजपा के पक्ष में चले गए और सीएम बने।
विदित हो कि राहुल गांधी ने जेल में रहते हुए अंग्रेजों से दया मांगने के लिए विनायक दामोदर सावरकर की आलोचना की थी।