Supreme Court ने केरल में 11वीं कक्षा की लिखित परीक्षा आयोजित करने की अनुमति दे दी है। इस मामले में केरल राज्य सरकार के द्वारा कोरोना प्रोटोकॉल का पालन और छात्रों की सुरक्षा का आश्वासन दिया गया था। जिसके बाद कोर्ट ने लिखित परीक्षा की इजाजत दे दी।
दरअसल केरल में 11वीं की लिखित परीक्षा पर 3 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम रोक लगा दी थी। परीक्षा पर अंतरिम रोक लगाते समय कोर्ट ने कहा था कि कोरोना के 70% मामले केरल से ही आ रहे हैं। ऐसे में परीक्षा कराए जाने का निर्णय सही नहीं होगा।
केरल सरकार ने 11वीं कक्षा की परीक्षा 6 सितंबर से फिजिकल तौर पर कराय जाने की घोषणा की थी। इसके बाद Supreme Court ने राज्य सरकार के फैसले पर रोक लगा दी थी। राज्य में Corona Virus के संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए अदालत ने यह फैसला लिया था। कोर्ट का कहना था कि कोरोना मामलों में लगातार बढ़ोतरी के कारण केरल की स्थिति चिंताजनक है। कम उम्र के बच्चों को जोखिम में नहीं डाला जा सकता, क्योंकि राज्य में हर दिन करीब 35 हजार मामले सामने आ रहे हैं।
Corona की अभी क्या है स्थिति
Corona के देश में पिछले 24 घंटों में 34,403 नए मामले आए हैं, जो कल की तुलना में 12.5 प्रतिशत अधिक है। पिछले 24 घंटों में, केरल में 17,681 नए कोविड मामले दर्ज किए गए और महाराष्ट्र ने 3,783 नए मामले दर्ज किए, जबकि महाराष्ट्र में सबसे अधिक मामले हैं, केरल में वृद्धि राष्ट्रीय चिंता का कारण रही है। दुनिया भर में अब तक कुल 22.63 करोड़ से अधिक संक्रमणों की सूचना मिली है, 46.5 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। सक्रिय मामले देश में कुल मामलों का 1.02 प्रतिशत (3,33,47,325) महामारी की शुरुआत के बाद से दर्ज किए गए हैं।
वैश्विक निकाय ने कहा कि डब्ल्यूएचओ (WHO) से जुड़े दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में अब तक 1 बिलियन से अधिक खुराक दी जा चुकी हैं, भारत में 76 करोड़ से अधिक खुराक दी गई हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय (Ministry of Health) के अनुसार, भारत में दुनिया भर में दी जाने वाली औसत दैनिक खुराक का 25 प्रतिशत से अधिक हिस्सा है। भारत की औसत दैनिक खुराक की संख्या 8.83 मिलियन है, बाकी दुनिया के लिए यह 25.5 मिलियन है।
सरकार ने गुरुवार को कहा कि केवल एक राज्य, केरल में एक लाख से अधिक सक्रिय मामले हैं और केवल महाराष्ट्र में 50,000 से अधिक सक्रिय मामले हैं। ढिलाई के खिलाफ चेतावनी देते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने आगामी त्योहारी सीजन (Festive Season) के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतने पर जोर दिया।