उचित वेतन की मांग को लेकर Delhi SpiceJet ग्राउंड स्टाफ के लोगों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया लेकिन हवाई अड्डे पर SpiceJet की उड़ान सामान्य रूप से चल रही है। हांलाकि यहां काम कर रहे कर्मचारियों के कुछ लोगों ने वरिष्ठ अधिकारियों से बात की है और मुद्दों को सुलझाया जा रहा है। आपको बता दें कि कुछ दिन पहले जेट पर करीब 8000 करोड़ रुपए का कर्ज था जिस वजह से कंपनी ने अपने कर्मचारियों को महीनों से सैलरी नहीं दी थी।
3 महीने से नहीं मिला वेतन
कंपनी ने बताया कि कंपनी की कमाई दिनों दिन गिर रही है वहीं खर्चे बढ़ गए हैं, खासकर कर्मचारियों पर होने वाले खर्च। कंपनी ने कहा कि इस खराब आर्थिक हालात को देखते हुए कंपनी कर्मचारियों के साथ बातचीत कर रही है। इस मामले पर अधिकारी ने कहा कि कर्मचारियों के वेतन को अभी बढ़ाया जाना था और ऐसे में इसे रोक दिया गया है।
वहीं कंपनी के कुछ अधिकारी ऐसे भी हैं जिन्हें एरियर दिया गया है। कर्मचारियों ने कहा कि हम इसके खिलाफ प्रदर्शन कर रहें है लेकिन उड़ानों को नहीं रोका गया है। बता दें कि पिछले साल सरकार ने पवन हंस की 100 फीसदी हिस्सेदारी बेचने के फैसले को वापस ले लिया था। फिलहाल पवन हंस के पास 46 हेलीकॉप्टरों का बेड़ा है।
सूत्रों के अनुसार, ”काम बंद होने की आशंका को देखते हुए कुछ प्रोफेशनल्स तो कम सैलरी में भी काम करने के लिए तैयार हो गए थे, मगर जेट की औसत सैलरी भी इंडस्ट्री के लेवल से ज्यादा है।” रिपोर्ट के मुताबिक एक सीनियर एयरक्राफ्ट इंजीनियर ने SpiceJet और एयर इंडिया में नौकरी के लिए आवेदन किया था। वहां उन्हें डेढ़ लाख रुपए से दो लाख रुपए प्रति महीना देने की बात कही गई, जबकि उनका वर्तमान सीटीसी चार लाख रुपए महीना है।
स्पाइस जेट एग्क्यूजीटिव का कहना है कि हम कंपनी के स्ट्रक्चर के मुताबिक ही सैलरी ऑफर करते हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दरअसल जेट एयरवेज बीते कुछ महीनों से आर्थिक संकट से गुजर रही है। कंपनी पर 8000 करोड़ रुपए कर्ज है। कंपनी मैनेजमेंट का कहना है कि हम इस स्थिति को सुलझाने के लिए प्रयासरत हैं।
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