शत्रुघ्न सिन्हा का लालू के परिवार के साथ मिलने का सिलसिला लगातार जारी है. रविवार को शत्रुघ्न सिन्हा ने लालू यादव के परिवार से मुलाकात की. शत्रुघ्न सिन्हा पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पहुंचे. इस दौरान वहां पर पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव भी मौजूद रहे. मुलाकात के बाद तेजस्वी ने ट्वीट करके लिखा, “कि बिहारी बाबू हमसे मिलने आए, लालू यादव के खिलाफ साजिश की राजनीति चल रही है.शत्रुघ्नजी हमेशा अपने दोस्तों के साथ खड़े रहते हैं.


इससे पहले शनिवार को शत्रुघ्न सिन्हा ने आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव से रांची के अस्पताल में मुलाकात की थी. लालू को उसी दिन चारा घोटाले के एक और मामले में 14 साल की सजा मिली थी. झारखंड के RIMS अस्पताल में भर्ती लालू से मिलने गए शत्रुघ्न सिन्हा ने फोटो ट्वीट कर लिखा, कि यह पुराने पारिवारिक दोस्तों और एक जैसी सोच रखने वाले समाज के सदस्यों का पुनर्मिलन है.


तस्वीर में लालू अस्पताल बेड पर बैठे हुए दिख रहे हैं जबकि उनके सामने पड़ी कुर्सी पर शत्रुघ्नसिन्हा और दो अन्य लोग बैठे हैं. शत्रुघ्न ने लिखा, ‘दिल तोड़ने वाले अनापेक्षित फैसले के बीच लालू प्रसाद यादव से मुलाकात, इसके लिए प्रशासनिक अनुमति भी लेनी पड़ी लेकिन यह कोई राजनीतिक भेंट नहीं है. यह पुराने पारिवारिक दोस्तों और समाज एक जैसी सोच रखने वाले सदस्यों का पुनर्मिलन है. इसके बाद एक दूसरे ट्वीट में शत्रुघ्न ने लिखा, ‘लालू जी का उच्च मनोबल, आंतरिक शक्ति और उनका कूल अंदाज देखना वास्तव में एक सीखने योग्य अनुभव है.

इससे पहले शनिवार को अस्पताल से मिलकर लौटे शत्रुघ्न ने लालू की जमकर प्रशंसा की थी. उन्होंने यह भी कहा था कि जनता का आशीर्वाद लालू के साथ है.

चारा घोटाले के चौथे मामले में आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव को सीबीआई की विशेष अदालत ने 7-7 साल की सजा सुनाई है. इसके साथ ही 60 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है. दुमका कोषागार से 3.13 करोड़ रुपये की अवैध निकासी से जुड़े मामले में लालू को विशेष अदालत ने सोमवार को दोषी करार दिया था.

माना जा रहा है कि शत्रुघ्न सिन्हा अपनी नई राजनीतिक जमीन की तलाश कर रहे है. उन्हे डर है कि पार्टी पटना साहिब की सीट से उनका पत्ता काट सकती है. ऐसे में शत्रुघ्न ने अपनी राजनीति गतिविधियां तेज कर दी है और तमाम नेताओं से मिलकर अपना गुडविल बना रहे हैं, जिससे कि उन्हे अपनी दूसरी पारी खेलने में आसानी हो.

ब्यूरो रिपोर्ट एपीएन