इंदौर के चर्चित राजा रघुवंशी मर्डर केस में पुलिस की पूछताछ के दौरान चारों गिरफ्तार आरोपियों ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। जांच अधिकारियों के अनुसार, राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी इस हत्या की मास्टरमाइंड निकली है।
सोनम ने पति की जान लेने के लिए सिर्फ एक नहीं, दो प्लान बनाए थे। अगर उसके साथी हत्या को अंजाम नहीं दे पाते, तो वह खुद राजा को खाई में धक्का देने वाली थी – वो भी सेल्फी लेने के बहाने।
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने किया कत्ल का इकरार
चारों आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने राजा रघुवंशी की हत्या कर शव को शिलांग की एक गहरी खाई में फेंक दिया। इंदौर क्राइम ब्रांच ने भी इन बयानों की पुष्टि की है।
क्या हवाला से जुड़ा है कोई कनेक्शन?
इस केस में एक और चौंकाने वाला एंगल सामने आया है। मुख्य आरोपी राज कुशवाहा के मोबाइल में ₹10 के नोटों की सीरियल नंबरों की एक लिस्ट मिली है। इससे पुलिस को शक है कि उसका हवाला कारोबार से भी किसी तरह का जुड़ाव हो सकता है।
पूछताछ के बाद दिल्ली रवाना हुई पुलिस टीम
इन चारों से बीते दो दिनों से लगातार पूछताछ की जा रही थी। अब मेघालय पुलिस इन्हें लेकर दिल्ली पहुंच चुकी है। वहां से गुवाहाटी के रास्ते ये टीम गुरुवार सुबह तक शिलांग लौटेगी, जहां आगे की जांच की जाएगी।
इधर, शिलांग पुलिस लगातार सोनम रघुवंशी से पूछताछ कर रही है। एक बड़ा सवाल ये भी है कि क्या हत्या के बाद सोनम इंदौर आई थी? इस पर इंदौर के ACP पूनमचंद यादव ने कहा कि अगर शिलांग पुलिस इस बारे में कोई जानकारी देती है तो तत्काल एक्शन लिया जाएगा। हालांकि, अभी तक ऐसी कोई पुष्टि नहीं हुई है।
ACP ने बताई साजिश की गहराई
ACP पूनमचंद यादव ने बताया कि केस से जुड़े चारों आरोपी जुर्म कबूल कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस पूरे षड्यंत्र का सूत्रधार राज कुशवाहा है और इसकी योजना राजा की शादी से पहले ही बननी शुरू हो गई थी।
हत्याकांड इतना सुनियोजित था कि आरोपी पहले ही शिलांग पहुंच गए थे – उस समय जब राजा और सोनम हनीमून पर जा रहे थे। वहां उन्होंने मिलकर राजा को रास्ते से हटाने का पूरा ब्लूप्रिंट तैयार किया। सबसे पहले विशाल ने हमला कर वारदात की शुरुआत की।
फॉरेंसिक रिपोर्ट से खुलेगा खून के निशानों का राज
विशाल के घर से बरामद कपड़ों पर खून के धब्बे मिले हैं। अब यह खून किसका है, इसका खुलासा फॉरेंसिक जांच से ही होगा। वहीं, पुलिस को आरोपियों से तकनीकी सबूत भी हाथ लगे हैं। यह भी सामने आया कि शक की सुई राज पर न जाए, इसलिए वह इंदौर में ही ठहरा रहा और खुद को पूरे घटनाक्रम से दूर दिखाने की कोशिश करता रहा।