दुनिया आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मना रही है। महिलाओं के विकास और पुरुषसत्तामक समाज में बराबर की भागीदारी के लिए सरकार से लेकर गैर-सरकारी संगठन तक सभी प्रयासरत हैं। समयांतराल में महिलाएं भी अपने आप को साबित करती आईं हैं। ऐसे में भारतीय रेलवे कहां पीछे हटने वाली है। भले ही गंतव्य तक पहुंचाने में भारतीय रेल पीछे हो लेकिन महिलाओं के उत्थान में अपनी भागीदारी से वो जरा भी पीछे नहीं है। भारतीय रेलवे ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर अनूठी पहल की है। गुरुवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन से एक ट्रेन चलाई गई जिसमें पायलट से लेकर पूरा स्टाफ महिलाओं का रहा। इस ट्रेन में महिला गार्ड के साथ चार टीटीई भी गईं हैं।

वहीं दूसरी तरफ इसी तरह की पहल 18235 भोपाल-बिलासपुर एक्सप्रेस ने भी की। ऐसा पहली बार हुआ कि एक पूरी ट्रेन को महिला कर्मचारियों के हवाले कर दिया गया। इससे रेलवे ने महिलाओं को सशक्त करने का संदेश दिया। बता दें कि चारबाग स्टेशन से सुबह 7 बजकर 30 मिनट पर ट्रेन संख्या 14210 लखनऊ-प्रयाग इंटरिसिटी रवाना की गई। इस ट्रेन में महिला पॉयलट से लेकर टीईटी और जीआरपी का महिला स्टाफ तैनात रहा। पूरी यूनिफॉर्म में पहुंची इन महिलाओं के चेहरे पर इस सम्मान की खुशी साफ झलक रही थी।

ट्रेन में यात्रियों के टिकट की जांच जहां महिला टीटीई कर रही थीं वहीं सुरक्षित संचालन का जिम्मा महिला रेल गार्ड के पास था। ट्रेन की रफ्तार पर पूरा नियंत्रण महिला लोको पायलटों के जिम्मे था। सुबह से ही महिला कर्मचारियों की ड्यूटी लगा दी गई है। ये पूरा दिन इस ट्रेन का संचालन करेंगी। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भी महिला दिवस पर शुभकामानाएँ दी है।