प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे से मुलाकात की। मोदी और शिंजो आबे होटल माउंट फुजी में गर्मजोशी से मिले। पीएम मोदी ने शिंजो आबे को तोहफे में हैंडीक्राफ्ट दो कटोरी और दरी भेंट की।  ये दोनों कटोरी  गुलाबी और पीले स्फटिक से बनी हैं। गुलाबी और पीला स्फटिक राजस्थान में पाया जाता है। इन दोनों कटोरों को गुजरात के खंभात क्षेत्र के मशहूर कारीगर शब्बीर हुसैन इब्राहिम भाई शेख ने बनाया है। इन दोनों कटोरों को हाथ से बनाया गया है। वहीं दरियां बुनकरों द्वारा हाथ से बुना गया है। इन दरियों पर नीले, लाल और पीले रंग का इस्तेमाल किया गया है।

पीएम मोदी यामांशी स्थित शिंजो आबे के हॉलिडे होम विला पहुंचे। बता दें कि पीएम मोदी दो दिवसीय भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए शनिवार को ही जापान की राजधानी टोक्यो पहुंचे हैं। इससे पहले टोक्यो पहुंचने पर भारतीय समुदाय के लोगों ने पीएम मोदी का गर्मजोशी के साथ भव्य स्वागत किया।

इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि जापानी समकक्ष शिंजो आबे के साथ उनकी बैठक दोनों देशों के मजबूत रिश्तों में एक नया अध्याय जोड़ेगी। 2014 के बाद सम्मेलन के लिए मोदी की यह तीसरी यात्रा है। दोनों देशों के बीच रविवार से शुरू हो रहे दो दिवसीय सम्मेलन के दौरान द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की जाएगी और द्विपक्षीय रिश्तों को और मजबूत बनाने पर चर्चा होगी।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, ‘शिंजो आबे के साथ 5वें वार्षिक सम्मेलन के लिए टोक्यो पहुंचने पर प्रधानमंत्री मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। जापान उन कुछ देशों में शामिल है, जिसके साथ भारत वार्षिक सम्मेलन करता है। यह हमारे संबंधों की असाधारण मजबूती को दिखाता है।’

इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘टोक्यो पहुंच गया हूं। मैं आश्वस्त हूं कि यह यात्रा भारत और जापान के मजबूत रिश्ते में नया अध्याय जोड़ेगी।’ जापान रवाना होने से पहले शुक्रवार को बयान जारी कर मोदी ने कहा, ‘जापान हमारा मूल्यवान सहयोगी है। हमारा जापान के साथ विशेष सामरिक और वैश्विक गठजोड़ है। जापान के साथ हमारे आर्थिक और सामरिक सहयोग में हाल के वर्षो में काफी बदलाव आया है।’

उन्होंने बताया कि सितंबर 2014 में उनकी प्रधानमंत्री के रूप में पहली जापान यात्रा के बाद प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ यह 12वीं बैठक होगी। मोदी ने कहा, ‘हमारे बीच यह पूरक भाव ही भारत और जापान को विजयी युग्म बनाता है। जापान आज के समय में भारत के आर्थिक और प्रौद्योगिकी आधुनिकीकरण में सबसे विश्वसनीय सहयोगी है।’

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