देश में भीड़ द्वारा पीट-पीटकर मार डालने और कानून हाथ में लेने की घटना दिन पर दिन बढ़ रही हैं। पहले जहां इस मुद्दे पर पीएम मोदी का बयान आया था अब वहीं इस पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का भी बयान आया है। इस पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने एक बड़ा बयान जारी करते हुए कहा है कि “जब भीड़ का उन्माद बहुत ज्यादा ‘अतार्किक और नियंत्रण से बाहर’ हो जाए तो हमें रुककर विचार करना चाहिए कि क्या हम अपने समय के मूलभूत मूल्यों को बचाने के लिए पर्याप्त रूप से सजग हैं?”
बता दें कि मुखर्जी ने ये बयान कल आजादी के आंदोलन में अहम रोल निभाने वाले नेशनल हेराल्ड न्यूजपेपर के स्मारक संस्करण के लॉन्चिंग इवेंट में दिया। इतना ही नहीं राष्ट्रपति ने बौद्धिक वर्ग से भी इस मुद्दे पर मुखर और सजग होने की गुजारिश की है। राष्ट्रपति ने कहा कि नागरिकों की समझदारी और मीडिया की सजगता अंधकार और पिछड़ेपन की शक्तियों के लिए सबसे बड़े निवारक का काम कर सकती हैं।
गौरतलब है कि हाल ही में राजस्थान, यूपी, झारखंड, गुजरात और मध्यप्रदेश समेत कई राज्यों में कथित गौ रक्षकों द्वारा लोगों को बुरी तरह पीटे जाने की खबरें आई है। राजस्थान और झारखंड में तो ऐसी घटनाओं में एक-एक शख्स की मौत भी हो चुकी है। इनमें से कुछ मामले संसद में भी उठ चुके हैं।
वहीं इस मौके पर सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस के कई नेता भी उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान प्रियंका गांधी वाड्रा ने मीडिया से बातचीत की और कहा कि पीट-पीटकर हत्या की घटनाओं से मुझे बेहद गुस्सा आता है और मेरा खून खौलने लगता है।
दरअसल इस मौके पर प्रियंका से पूछा गया था कि अतिसतर्कता के नाम पर पीट-पीटकर हत्या जैसी घटनाओं को लेकर क्या उनके भी विचार अपनी मां और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तथा राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के समान ही हैं? तो इस पर प्रियंका ने कहा, “मेरे विचार भी पूरी वही है, मुझे बेहद गुस्सा आता है जब मैं ऐसी चीजें टीवी या इंटरनेट पर देखती हूं तो मेरा खून खौलने लगता है…मुझे बहुत ज्यादा गुस्सा आता है। मुझे लगता है कि इससे सही सोच वाले हर एक व्यक्ति का खून खौलना चाहिए।
इसके अलावा सोनिया ने कहा कि नेशनल हेराल्ड उन महापुरुषों का गवाह रहा है जो इस धरती की आत्मा की रक्षा और सुरक्षा के लिए अपनी महत्वाकांक्षाओं को छोड़ आगे बढ़े। ऐसे समय में जब हमें जाति और मजहब के आधार पर बांटा जा रहा है, हमें देश के महान नेताओं की ओर देखने की जरूरत है।