केंद्र सरकार देश को डिजिटल बनाने के लिए एक के बाद एक आधुनिक योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने का काम कर रही है। सरकार ने डिजिटल योजनाओं को बैंको से जोड़ने का काम शुरू कर दिया है। पहले आपको हर छोटे-छोटे कामों के लिए बैंको के चक्कर लगाने पड़ते थे पर अब सरकार कुछ ऐसे तरीको को आजमा रही है जिससे सारा काम घर बैठे आपके स्मार्टफोन से हो जाएगा।
सरकार डिपार्टमेंट्स में भ्रष्ट्राचार को कम करने के लिए फेसलेस ट्रांजैक्शन को बढ़ावा दे रही है। अब आपको सरकारी स्कीम्स को फायदा लेने के लिए सरकारी कर्मचारियों से मिलने की जरूरत नहीं पड़ेगी क्योंकि विभाग ने ई-गवर्नेंस सर्विस मेच्योरिटी मॉडल तैयार किया है जिसमें फेसलेस ट्रांजैक्शन को सुविधा में लाया जाएगा। सब कुछ बिना किसी मैन्युअल हस्तक्षेप के पूरा हो जाएगा। ड्रॉफ्ट पेपर के जरिए सरकार तीन तरीको का इस्तेमाल करके लोगों तक गवर्नमेंट सर्विसेस पहुंचाएगी जिसमें कैशलेस ट्रांजैक्शन, पेपरलेस ट्रांजैक्शन और फेसलेस ट्रांजैक्शन निम्न है।
कैशलेस ट्रांजैक्शन के तहत पेमेंट गेटवे, ई-वॉलेट, ई-केवाईसी, यूपीआई सर्विसेस को शामिल किया जाएगा। पेपरलेस ट्रांजैक्शन में डिजिटल लॉकर, ई-सिग्नेचर, ई-फॉर्म, ई-फाइलिंग, रिकॉर्ड्स को डिमैटेरियलाइज्ड शामिल किया जाएगा तो वहीं फेसलेस ट्रांजैक्शन के तहत आधार लिंकेज, ई-केवाईसी, डिजिटल ट्रांजैक्शन, ई- सिग्नेचर और मोबाइल आधार डिजिटल पहचान को भी लागू किया जाएगा। वहीं ‘आधार पे’ एपलिकेशन को अपने स्मार्ट फोन में डाउनलोड करके बायोमेट्रिक रीडर से जोड़कर डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड के बिना भी बिल का भुगतान कर सकेंगे। ऐप में आधार नंबर को जोड़कर और फिंगरप्रिट का इस्तेमाल करके इस सुविधा का लाभ उठाया जा सकेगा। बैंको के जरिए ऐप को लॉन्च करने के साथ भीम ऐप को भी ‘पे टू आधार’ के साथ जल्द ही जोड़ा जाएगा।