प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मध्यप्रदेश के दौरे पर रहे, जहां उन्होंने देवी अहिल्या बाई होल्कर की 300वीं जयंती के मौके पर विशेष डाक टिकट जारी किया। इस अवसर पर उन्होंने इंदौर मेट्रो और दतिया-सतना हवाई अड्डे का भी उद्घाटन किया। भोपाल में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने देवी अहिल्या बाई के योगदान और देश की सुरक्षा को लेकर कई महत्वपूर्ण बातें कहीं। आइए जानते हैं उनके भाषण की 5 अहम बातें:
- गरीबों के लिए शासन का आदर्श मॉडल था अहिल्या बाई का राज
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देवी अहिल्या बाई होल्कर ने एक ऐसा शासन मॉडल अपनाया, जिसमें समाज के सबसे पिछड़े और वंचित वर्ग को प्राथमिकता दी गई। उन्होंने रोज़गार और स्वरोज़गार को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाओं की शुरुआत की थी।
- लड़कियों की शादी की उम्र पर विचार करने वाली दूरदृष्टि
पीएम मोदी ने कहा कि आज जब लड़कियों की शादी की उम्र को लेकर बहस होती है तो कुछ लोग इसे धर्म से जोड़ देते हैं। लेकिन वर्षों पहले अहिल्या बाई ने इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार किया था, जो उनकी प्रगतिशील सोच को दर्शाता है।
- ऑपरेशन सिंदूर का ज़िक्र और आतंकवाद पर सख्त संदेश
मोदी ने हाल ही में चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए पाकिस्तान को चेतावनी दी कि यदि वे गोली चलाएंगे, तो भारत जवाब में गोला दागेगा। उन्होंने कहा कि भारत की सीमा सुरक्षा बल की ताकत दुनिया ने देखी है और इस अभियान में बेटियों की भूमिका उल्लेखनीय रही है। उन्होंने आतंक का समर्थन करने वाले देशों को भी सख्त चेतावनी दी कि अब उन्हें भी इसके परिणाम भुगतने होंगे।
- महेश्वरी साड़ी उद्योग को दिया बढ़ावा
पीएम ने देवी अहिल्या बाई के कारीगरों और बुनकरों के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की। उन्होंने बताया कि किस तरह अहिल्या बाई ने जूनागढ़ से कारीगर बुलाकर महेश्वरी साड़ी उद्योग को बढ़ावा दिया, जिससे आज भी लाखों परिवारों को रोज़गार मिलता है।
- जल संरक्षण और कृषि विकास के लिए किए प्रयास
प्रधानमंत्री ने कहा कि अहिल्या बाई ने अपने शासनकाल में जल प्रबंधन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी थी। उन्होंने सिंचाई के लिए नहरों का निर्माण कराया और जल संरक्षण हेतु तालाब बनवाए, जिससे खेती को भी बड़ा फायदा हुआ।
इस तरह पीएम मोदी ने अपने संबोधन में अहिल्या बाई होल्कर की विरासत को देश के लिए प्रेरणा बताते हुए सुरक्षा, संस्कृति और विकास पर अपना दृष्टिकोण साझा किया।