दावोस में पांच दिन तक चलने वाली वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की 48वीं बैठक में पीएम मोदी का आज उद्घाटन भाषण है। शाम को करीब 3:45 बजे उनका भाषण होगा। इसके बाद पीएम मोदी स्वीडन और कनाडा के प्रधानमंत्रियों से मिलेंगे। इससे पहले स्विट्जरलैंड के राष्ट्रपति एलेन बर्सेट से मुलाकात की और उनसे द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने के तरीकों पर चर्चा की। मोदी ने एक ट्वीट कर कहा, ‘दावोस पहुंचने पर मैंने स्विस कन्फेडरेशन के राष्ट्रपति एलेन बर्सेट से बातचीत की। हमने द्विपक्षीय सहयोग की संभावनाओं की समीक्षा की तथा इसे और मजबूत बनाने पर चर्चा की।’ इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को दुनियाभर से आए कंपनियों के सीईओ से मुलाकात की। पीएम मोदी ने उन्हें बताया कि भारत का मतलब व्यापार है और इसके साथ ही उन्होंने इन सभी सीईओ को वैश्विक व्यापार के लिए भारत में मौजूद अवसरों की जानकारी दी।
Today, 3:45 PM onwards the Opening Plenary of the @wef commences. PM @narendramodi will address the plenary. You can watch the address live here. https://t.co/vbG9VG4Eqq #IndiaMeansBusiness
— PMO India (@PMOIndia) January 23, 2018
बता दें कि वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की 48वीं बैठक में व्यापार, राजनीति, कला, शिक्षा और अन्य क्षेत्रों से कई नामी हस्तियों ने शिरकत किया है। भारत की ओर से पीएम मोदी समेत 130 लोग इसमें शामिल हुए हैं। पीएम मोदी से मिलकर खुश हुए स्विस राष्ट्रपति एलेन बर्सेट ने कहा कि यह चर्चा दुनिया के सबसे बड़े और पुराने लोकतंत्रों की मुलाकात दर्शाती है। इस पर पीएम मोदी का आभार जताते हुए स्विट्जरलैंड के राष्ट्रपति ने कहा कि वह भारत के साथ ‘‘हमारे संबंध’’ और मजबूत करना जारी रखेंगे।
On reaching Davos, held talks with the President of the Swiss Confederation, Mr. @alain_berset. We reviewed the scope of our bilateral cooperation and discussed ways to deepen it even further. pic.twitter.com/aPOXnHrajt
— Narendra Modi (@narendramodi) January 22, 2018
दुनिया की शीर्ष कंपनियों के CEOs की बैठक में मुकेश अंबानी, सत्या नडेला समेत कई बड़ी कंपनियों के सीईओ थे। पीएम ने सभी को संबोधन के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने वहां के सीईओ की बातें सुनी और उनसे भारत में निवेश बढ़ाने की अपील की। जानकारी के मुताबिक पीएम आज अपने दोपहर के भाषण में भारत की वैश्विक अर्थव्यवस्था के विकास में अहम भागीदार, भारत में बिजनेस को आसान बनाने, भ्रष्टाचार और कालाधन को कम करने, टैक्स प्रणाली सरल बनाने और देश के सतत् विकास के लिए उठाए गए जरूरी कदमों पर चर्चा कर सकते हैं।