तमिलनाडु की राजनीति अब एक नई करवट ले रही है। तमिलनाडु में कल एआएडीएमके की दोनों धड़े एक हो गए। पन्नीरसेल्वम और पलानीस्वामी ने अब हांथ मिला लिया है जिसे अब पीएम मोदी की भी बधाई प्राप्त हो गई है। पीएम मोदी ने ट्वीट करके बधाई और कहा तमिलनाडु के विकास के लिए केंद्र सरकार मुख्यमंत्री ई पलानीसामी और उप-मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम को पूरा समर्थन देगी।
मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘मैं ओ पन्नीरसेल्वम और शपथ लेनेवाले अन्य लोगों को बधाई देता हूं। मुझे उम्मीद है कि आनेवाले सालों में तमिलनाडु विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंचेगा।’
Centre assures all possible support to CM Thiru Edappadi K. Palaniswami & Dy CM Thiru O Panneerselvam for the growth of TN. @OfficeOfOPS
— Narendra Modi (@narendramodi) August 21, 2017
Centre assures all possible support to CM Thiru Edappadi K. Palaniswami & Dy CM Thiru O Panneerselvam for the growth of TN. @OfficeOfOPS
— Narendra Modi (@narendramodi) August 21, 2017
गौरतलब है कि इन दोनों के विलय के पीछे बीजेपी और अमित शाह का बड़ा हाथ रहा है। दरअसल तमिलनाडु की पूर्व मुख्मंत्री जयललिता की मौत के बाद शशिकला जब से एआईएडीएमके की महासचिव बनीं, बीजेपी से दूर हो गई थी। उसके सदस्य किसी ऐसे व्यक्ति के साथ जाने के लिए तैयार नहीं थे जो गंभीर आरोपों का सामना कर रहा हो। शशिकला के अपने भतीजे टीटीवी दिनाकरन को पार्टी में लाने के फैसले से बीजेपी नेतृत्व की चिंता बढ़ गई थी। लेकिन बाद में पैसे के दुरुपयोग के मामले में दिनाकरन के गिरफ्तार होने के बाद बीजेपी के लिए अलग हुए दोनों गुटों को मिलाना आसान हो गया।
दोनों गुटों के मर्जर के बाद सोमवार शाम को ओ. पन्नीरसेल्वम को चेन्नई स्थित राज भवन में डिप्टी सीएम पद की शपथ दिलाई गई। अब दोनों गुटों के मर्जर के साथ ही राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी में लंबे समय से चली आ रही असमंजस की स्थिति भी खत्म हो गई। इस विलय से सबसे बड़ा झटका पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की सहयोगी शशिकला को लगा, जिनका अब राजनीतिक हाशिये पर जाना तय है।
वहीं अगले चुनाव में अमित शाह इसका पूरा फायदा उठाने की कोशिश करेंगे।संसद में एआईडीएमके के 50 सदस्य हैं। इनमें 37 लोकसभा और 13 राज्यसभा के सदस्य हैं। इनका होना एनडीए के लिए फायदेमंद होगा।
उधर इस बात की संभावनाएं जताई जा रही हैं कि नीतीश कुमार की जेडीयू के बाद अब एआईएडीएमके भी केंद्र के एमडीए गठबंधन में शामिल हो सकती है। इसके चलते केंद्रीय कैबिनेट का विस्तार हो सकता है। अनुमान है कि बीजेपी इस मौके का इस्तेमाल वीके शशिकला के प्रति सहानुभूति रखनेवालों और अलग-थलग कर दिए गए सदस्यों के साथ चुनाव से पहले गठबंधन बनाने में करेगी।