संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निकी हेली ने सोमवार को कहा कि जब तक पाकिस्तान आतंकवादियों को पनाह देना नहीं छोड़ता तब तक अमेरिका को पाकिस्तान को ‘एक डॉलर’ की मदद भी नहीं देनी चाहिए। निकी हेली ने ‘द अटलांटिक’ पत्रिका के साथ साक्षात्कार में कहा कि अमेरिका को पाकिस्तान को तब तक ‘एक डॉलर’ भी नहीं देना चाहिए जब तक कि वह आतंकवादियों को पनाह देना नहीं छोड़ता। ये आतंकवादी अमेरिकी सैनिकों की हत्या करते हैं।
उन्होंने कहा, “मैं आपको एक उदाहरण दूंगी, पाकिस्तान को देखिए। उन्हें एक अरब डॉलर से ज्यादा दिया जाता है और वह लगातार आतंकवादियों को शरण दे रहा है जो हमारे सैनिकों को मार रहे हैं। यह किसी भी स्थिति में ठीक नहीं है। हमें उन्हें तब तक एक डॉलर भी नहीं देना चाहिए जब तक वह इसे ठीक न कर लें। उन एक अरब डॉलर का इस्तेमाल करें। यह कोई छोटी राशि नहीं है।”
हेली ने कहा कि पाकिस्तान से कहना चाहिए, “आपकी मदद शुरू करने से पहले आपको हमारे ये काम करने होंगे ताकि आपकी सैन्य और आतंकवाद से लड़ाई के लिए मदद की जा सके।” इस साल के आखिर में हेली संयुक्त राष्ट्र के राजदूत के पद से हट जाएंगी। उनकी जगह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फॉक्स न्यूज की पूर्व पत्रकार हीथर नुआर्ट को चुना है। गौरतलब है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में फिर से दोहराया है कि जब तक पाकिस्तान अपनी सीमा में मौजूद आतंकवादियों के पनाहगाहों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करता उसे कोई मदद नहीं दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अमेरिका के लिए कुछ नहीं कर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया था कि पाकिस्तान की सरकार ने ऐबटाबाद के पास अल-कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन की छुपने में मदद की थी। डोनाल्ड ट्रंप ने एक मीडिया हाउस को दिए साक्षात्कार में लादेन और पाकिस्तान के एबटाबाद में उसके पूर्व ठिकाने का जिक्र करते हुए कहा, “जरा सोचिए…आप जानते हैं कि पाकिस्तान में रहना, पाकिस्तान में अच्छे से रहना..मुझे लगता है कि उन्होंने इसे अच्छा भवन समझा होगा।”
अमेरिका ने गत सितंबर में पाकिस्तान पर आतंकवाद के खिलाफ कुछ नहीं करने का आरोप लगाते हुए 30 करोड़ डॉलर की मदद बंद कर दी थी।
-साभार, ईएनसी टाईम्स