पश्चिम बंगाल में 294 विधानसभा सीटों पर 8 चरणों में मतदान हो रहा है। राज्य में तीन चरणों का मतदान संपन्न हो गया है। 10 अप्रैल 2021 यानी कि, आज चौथे चरण का मतदान जारी है। 5 जिलों के 44 सीटों पर चुनाव चल रहा है। इस बीच हिंसा की खबरे सुर्खियां बनी हुईं हैं। दावा किया जा रहा था कि, हिंसा को कम करने के लिए राज्य में 8 चरणों में मतदान कराया जा रहा है। हिंसा मुक्त मतदान कराने के लिए केंद्र ने सीआईएसएफ की कंपनियां तैनात की हैं। पर हिंसा तो हो रही है।  लोकतंत्र का पर्व कहा जाने वाला मतदान के दिन बंगाल में इस कदर हिंसा हुई कि, 4 ग्रामीणों की मौत हो गई।

पश्चिम बंगाल के कूचबिहार में जमकर गोली चली और पुलिस की लाठियां भी जनता पर बरसी। राज्य के बूथ नंबर 285 पर पहले बम फेका गया उसके बाद गोली चली। इसी गोली में वोट करने आए 4 ग्रामिणों की मौत हो गई। मरने वालों की उम्र 18-25 साल बताई जा रही है। घटना के बाद बीजेपी और टीएमसी एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का खेल खलने में जुट गई हैं।

कूचबिहार में हमले के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि, हमारा डर सच हुआ। गृह मंत्रालय केंद्रीय बलों को प्रभावित कर रहा है। उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधा। वहीं टीएमसी सांसद डेरेक ओब्रायन का कहना है कि आठ लोगों की मौत हुई है। ये सभी लोग हमारे कार्यकर्ता थे।

ममता बनर्जी के बयान पर पलटवार करते हुए सिलीगुड़ी में रैली के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि, बंगाल में बीजेपी की जीत देख कर दीदी और उनके गुंडे बौखला गए हैं। हिंसा का सहारा ले रहे हैं। लेकिन ये हिंसा भी दीदी को बंगाल से जाने से नहीं बचा सकती।

ममता बनर्जी का वार बीजेपी पर यहीं नहीं थमा उन्होने आगे कहा कि, केंद्र सरकार सुरक्षा बलों के साथ मिलकर बंगाल में हिंसा फैलाने का काम कर रही है। इस बार सीआईएसएफ की तरफ से सफाई पेश की गई है। सीआईएसएफ ने इस मामले पर कहा,  ‘कूच बिहार में सीतलकुची विधानसभा क्षेत्र के जोतपाकी के बूथ संख्या 126 के बाहर 4 नागरिकों की हत्या के बारे में मीडिया में एक खबर चल रही है। इसके बारे में यह स्पष्ट कर दूं कि इस बूथ पर ना तो सीआरपीएफ की तैनाती थी और ना ही इस घटना में किसी भी तरह से हम शामिल हैं।”

वहीं कूचबिहार के एसपी ने भी घटना पर बयान दिया है उन्होंने कहा कि, वोट करने आए मतदान केंद्र पर एक शख्स की तबियत खराब हो गई। अचानक वो बेहोश हो गया। उसका इलाज चल ही रहा था। कुछ लोगों ने अफवाह फैलाई कि, CISF ने उसे मारा-पीटा है। गांव के 300-350 लोगों ने CISF कर्मी पर हमला किया, राइफल ​छीनने और बूथ में घुसने की कोशिश के दौरान CISF ने फायरिंग की। इस घटना में 4 स्थानीय ग्रामीणों की मौत हुई है। इनकी उम्र 22-25 साल है। 

मिली जानकारी के अनुसार, सितालकुची में पुल पर पहले 18 साल के एक युवक की गोली लगने से मौत की खबर आई थी। इसी के बाद केंद्रीय बल के और जवान वहां पहुंचे। लेकिन जब वहां जवान पहुंचे तो नाराज भीड़ ने जवानों पर अटैक कर दिया। ऐसे में केंद्रीय बलों के जवानों ने हवाई फायर की बजाय लोगों पर गोली चला दी।

बता दें कि, घटना के बाद सितालकुची में वोटिंग बंद करा दी गई है। चुनाव आयोग ने विशेष पर्यवेक्षकों से अंतरिम रिपोर्ट के आधार पर सितालकुची के बूथ नंबर 125 में मतदान स्थगित करने का आदेश दिया है। साथ ही आज शाम 5 बजे तक विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है।  वहीं कूचबिहार हमला पर बीजेपी और टीएमसी चुनाव आयोग जाने की तैयारी कर रह हैं।

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