आयकर विभाग ने बुधवार को जानकारी दी है कि उसने 400 से अधिक बेनामी सौदों की पहचान कर ली है। विभाग ने कहा कि बेनामी कानून के तहत कुल 240 से अधिक मामलों में 600 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्तियों की कुर्की की जा चुकी है।
नए बेनामी कानून को अच्छी तरह लागू करने के लिए आयकर विभाग की ओर से देशभर में 24 बेनामी निषेध इकाइयां स्थापित कीं गई ताकि इस कानून के जमीनी परिणाम दिखना सुनिश्चित हो।
बेनामी संपत्ति में चल-अचल, मूर्त या अमूर्त एवं ऐसी संपत्तियां होती हैं जो उस व्यक्ति के नाम पर नहीं होती हैं जो हकीकत में इसका मालिक होता है। एक अधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘इनकम टैक्स डायरेक्टरेट्स ऑफ इन्वेस्टिगेशन ने 23 मई 2017 तक 400 से ज्यादा बेनामी लेन-देन का पता लगाया है। इनमें खाते, जमीन, फ्लैट और ज्वैलरी शामिल हैं।’
विभाग की ओर से कहा गया है कि 40 मामलों में दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, राजस्थान गुजरात और मध्य प्रदेश से 530 करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत की अचल संपत्ति कुर्क की जा चुकी है। विभाग ने जानकारी दी कि बीते एक महीने में 10 सरकारी अधिकारियों के यहां भी तलाशी अभियान चलाया गया, ताकि भ्रष्टाचार से की गई काली कमाई का खुलासा किया जा सके।
विभाग ने तलाशी अभियानों की जानकारी देते हुए बताया कि जयपुर में एक ‘बेनामीदार’ ड्राइवर निकला जिसके नाम पर 7.7 करोड़ रुपये की जमीन पाई गई। जबकि हकीकत में वह संपत्ति मध्य प्रदेश की एक लिस्टेड कंपनी की है जहां वह काम करता है। ऐसा ही मामला राजस्थान से सामने आया जहाँ के एक ज्वैलर ने अपने ही पूर्व कर्मचारी के नाम पर अचल संपत्तियां खरीद रखी थीं।