आज यूपी एटीएस ने स्पेशल सेल दिल्ली पुलिस, सीआई सेल आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र एटीएस, पंजाब पुलिस और बिहार पुलिस के साथ मिलकर एक बड़े आतंक विरोधी ऑपरेशन को अंजाम दिया है। पांच राज्यों की पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में चार संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा एटीएस ने पांच अन्य संदिग्धों को हिरासत में लिया है। पुलिस इन सभी से पूछताछ कर रही है। माना जा रहा है कि पकड़े गए सभी आतंकी आईएस के खुरासन मॉडल के सदस्य हैं।
पुलिस की संयुक्त कारवाई आज देश के अलग अलग राज्यों में एक साथ शुरू की गई। पुलिस के आपसी तालमेल और खुफिया जानकारी के आधार पर आज सुबह मुंबई, जालंधर, नरकटियागंज (बिहार), बिजनौर और, मुजफ्फरनगर में ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। हालांकि इन्हें किन आरोपों में हिरासत में लिया गया है इस बात की जानकारी अभी नहीं दी गई है। जल्द ही पुलिस इनके बारे में विस्तृत जानकारी सार्वजनिक कर सकती है।
आतंकियों के खिलाफ हुई कारवाई में आज सुबह सबसे पहले यूपी के बिजनौर से एटीएस और एसटीएफ ने छापेमारी कर 2 लोगों को हिरासत में लिया। यह दोनों लोग बिजनौर के बढ़ापुर क़स्बे के भजड़ावाला में स्थित मस्जिद में ही रहते थे। इसके अलावा मुंबई, लुधियाना,बिजनौर और नरकटियागंज से भी संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है।
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर दलजीत सिंह चौधरी ने कहा कि एटीएस के पास यह सूचना थी कि आतंकवादी वारदातों को अंजाम देने के लिए एक गिरोह तैयार हो रहा है। जिसके कुछ अति-सक्रिय सदस्य नए सदस्य बनाने में लगे हुए हैं हैं। इस जानकारी के आधार पर ही ऑपरेशन को अंजाम दिया गया है। गिरफ्तार किये गए लोग युवाओं को भटकाते हैं और उन्हें धर्म के नाम पर गुमराह कर आतंकवाद के रास्ते पर चलने के लिए तैयार करते हैं। अब तक इनके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला है, लेकिन ये एक आपराधिक षड़यंत्र हो सकता है।
गौरतलब है कि अभी कुछ दिनों पहले यूपी चुनावों के दौरान भी एटीएस की टीम ने कानपूर और लखनऊ से संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया था। इस दौरान एनकाउंटर में एक आतंकी सैफुल्ला मारा गया था। पिछले कुछ दिनों से ऐसे संदिग्ध आतंकियों की गिरफ्तारी का सिलसिला लगातार जारी है। साथ ही राज्य पुलिस,एटीएस और एसटीएफ के बीच ऐसे ऑपरेशन को लेकर बेहतरीन तालमेल भी देखने को मिल रहा है।