उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में सात अमान्य विद्यालयों पर प्रत्यके से एक लाख  और अलग से प्रतिदिन दस हजार रुपये जुर्माना वसूल किये जाने की संस्तुति शुक्रवार को खंड शिक्षा अधिकारी ने बेसिक शिक्षा अधिकारी के पास भेजी गयी रिपोर्ट में की है। सरीला तहसील के खंड शिक्षा अधिकारी एसपी यादव ने बताया कि मई माह में जिले के बिना मान्यता प्राप्त तीन सौ से अधिक निजी विद्यालयों को बंद कराया गया था। उन्होंने बताया कि जुलाई माह में इन विद्यालयों ने दोबारा संचालन शुरू कर दिया तो इनके खिलाफ जांच शुरू कि गयी।

इस जांच में पाया गया कि स्वामी ब्रम्हानंद चिल्ड्रन एकडेमी, स्वामी ब्रम्हानन्द विद्या मंदिर, अजय बालिका विद्या मंदिर  विद्यालय पूरी तरह अमान्य है मगर ये फिर से संचालित कर दिये गये हैं।  इसी प्रकार नेहरु प्राथमिक विद्यालय, लक्ष्मी नारायण पब्लिक विद्यालय, युग निर्माण विद्यालय, महर्षि च्यवन विद्यालय में प्राइमरी कक्षाओं  तक की मान्यता है मगर ये सब जूनियर हाईस्कूल की कक्षाएं संचालित कर रहे हैं।  श्री यादव ने बताया कि ऐसे  गैर कानूनी विद्यालयों से शिक्षा के अधिकार कानून (आरटीई) के तहत जुर्माना वसूला जायेगा।

बता दें कि शिक्षा व्यवस्था की हालत वैसे भी खराब है। वर्तमान समय में शिक्षा एक व्यापार हो गया। हाल ये है कि विद्यालय को मान्यता भी प्राप्त नहीं है उसके बावजूद विद्यालयों का चलाया जा रहा है। ऐसे में बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ भी हो रहा है।

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