आतंकवाद पर भारत का हमेशा से ही एक ही रुख रहा है कि पूरी दुनिया को आतंकवाद के खिलाफ खड़े होकर उसे जड़ से मिटा देना चाहिए। ऐसे में एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने दो टूक कहा है कि भारत आतंकी गतिविधियों को रोकने के लिए जल्द ही कोई कठोर कदम उठा सकता है चाहे उसके परिणाम कुछ भी हों। बता दें कि सिंगापुर में आसियान देशों के रक्षा मंत्रियों की बैठक चल रही है। इस बैठक को संबोधित करते हुए सीतारमण ने कहा कि निकटस्थ पड़ोस में आतंकी ढांचों की मौजूदगी और आतंकवादियों को मिलने वाले समर्थन ने भारत के सब्र की परीक्षा ली है और एक जिम्मेदार शक्ति के तौर पर उसने इस खतरे से निपटने में काफी संयम दिखाया है।
सिंगापुर में 12वीं आसियन रक्षा मंत्री बैठक (एडीएमएम) और पांचवीं एडीएमएम प्लस हो रही है जिसमें आसियान देशों के रक्षा मंत्रियों की भागीदारी हो रही है। नई दिल्ली में रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक निर्मला सीतारमण ने बैठक में कहा है कि भारत ने आतंकी संगठनों और उनके संरक्षकों की गतिविधियों को बाधित करने और उसपर लगाम लगाने के उपायों का प्रदर्शन किया है और भविष्य में अगर जरूरत पड़ी तो ऐसा फिर से करने में नहीं हिचकेगा।
बता दें कि शुक्रवार से शुरू हुई दो दिवसीय इस बैठक में आस्ट्रेलिया, चीन, जापान, न्यूजीलैंड, दक्षिण कोरिया, रूस एवं अमेरिका ने भाग लिया है। एडीएमएम और एडीएमएम-प्लस क्षेत्रीय सुरक्षा, रणनीतिक वार्ता और व्यावहारिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए मंत्री स्तरीय एक अहम मंच है।