आज नोटबंदी के एक साल पूरे हो गए हैं। लेकिन पुराने नोटों का मिलना अभी भी बंद नहीं हुआ है। एनआईए ने लगभग 36.35 करोड़ के अवैध पुराने नोटों की खेप जब्त की है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मंगलवार को दावा किया कि कश्मीर में हो रहे टेरर फंडिंग में इन पैसों को ठिकाने लगाया जा रहा था। इस मामले में एनआईए की टीम ने 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। सूत्रों के मुताबिक इन सभी लोगों को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। एनआईए का मानना है कि इन 9 लोगों का हाथ आतंकी फंडिंग में है। ये लोग अन्य देशों से भी धन की ऊगाही करते थे।
खबरों के अनुसार एनआईए ने प्रदीप चौहान, भगवान सिंह, विनोद शेट्टी, शहनवाज मीर, दीपक तोपरानी, माजिद सोफी, एजाज हसन, जसविंदर सिंह और उमर डार नामक व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। एनआईए की ओर से हुई कार्रवाई के दौरान चार वाहनों को भी बरामद किया गया है। बता दें कि इससे पहले एनआईए ने टेरर फंडिंग के नाम पर कई इलाकों में छापेमारी की थी। कश्मीर के कई बड़े नेताओं के अड्डो पर भी एनआईए ने छापेमारी की थी। इस मामले में अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के दामाद समेत कई अन्य लोगों को भी पूर्व में गिरफ्तार किया जा चुका है। साथ ही कश्मीर के कई कारोबारी और अलगाववादियों को भी एनआईए ने अपने गिरफ्त में लिया था।
बताया जा रहा है कि टेरर फंडिंग के इस अड्डे से ISI के द्वारा संभवत: जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर जैसे आतंकी संगठनों की फंडिंग की जाती थी। एजेंसी के प्रवक्ता ने बताया कि कश्मीर घाटी में आतंकी गतिविधियों की फंडिंग से जुड़े एक मामले की जांच के दौरान एजेंसी को उनकी गतिविधियों के बारे में पता चला।