उत्तर प्रदेश में हार के बाद आज समाजवादी पार्टी का सियासी पारा काफी हाई नजर आया, आज अपने इसी क्रम में सुधार को लेकर सपा ने अपने मुख्य चेहरों के साथ लखनऊ में राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक बुलाई। बैठक की अध्यक्षता पूर्व मुख्यमंत्री तथा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने की। हालांकि बैठक में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव व शिवपाल सिंह यादव नजर नहीं आये।
सपा पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव सहित उनकी पूरी टीम का इस बैठक को लेकर एकमात्र लक्ष्य था कि आगे की रणनीति पर काम करना।
अखिलेश यादव ने अपनी इस कार्यकारिणी बैठक के दौरान मुख्यमंत्री आदित्यनाथ का नाम लिए बिना उन पर तंज कसते हुए कहा कि ‘हो सकता है इन पांच सालों में यूपी को कई सीएम मिलें’ साथ ही IPS हिमांशु कुमार के निलंबन को लेकर भी योगी सरकार पर वार किया और कहा कि ‘सिर्फ एक ही जाति के लोगों का निलबंन किया जा रहा है।’ पूर्व सीएम इतना कहकर ही नहीं रूके उन्होंने आगे कहा कि अगर 2022 में सपा सरकार की सत्ता में वापसी होगी, तो गंगाजल से कराएंगे यूपी का शुद्धीकरण।’
इसके बाद तो अखिलेश ने सीधे सीएम आदित्यनाथ का नाम लेकर तंज कसा कि ‘बेशक मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी मुझसे उम्र में बड़े होंगे, लेकिन वो कद में मुझसे बहुत छोटे हैं।’
अखिलेश यादव ने कल सभी क्षेत्रों में सफाई अभियान को लेकर चले मिशन पर बोलने से भी पीछे नहीं रहे। उन्होंने सीधे शब्दों में सफाई मिशन पर अपना अभिमत देते हुए कहा कि ‘मुझे नहीं पता था कि ‘अधिकारी इतनी अच्छी झाडू लगाते हैं।’तो वहीं दुसरी तरफ एंटी रोमियों मिशन पर निशाना साधते हुए उन्होंने योगी सरकार को चेताया कि ‘हमारे शेरों के पास मत जाना…वो भुखे हैं’।
अपनी अगली कार्यकारिणी बैठक को लेकर अखिलेश ने कहा कि 15 अप्रैल से दो महीनों के लिए शुरू करेंगे सदस्यता अभियान और साथ ही 30 सितंबर से पहले नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव भी कर लेंगे।