उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है और नाबालिगों और छोटे बच्चों के साथ भी सबसे अधिक अपराध यही होते हैं…एक रिपोर्ट के मुताबिक देश के 25 राज्यों में एक लाख बारह हजार अठाइस केस लंबित पड़े हैं…जिनमें से यूपी में ही सबसे ज्यादा 30884 केस लंबित हैं…इसमें 58.55 फीसदी केस सबूत पेश करने के इंतजार में हैं…सुप्रीम कोर्ट ने भी देश में नाबालिगों और छोटे बच्चों के साथ बढ़ते अपराधों को लेकर चिंता जाहिर की है…और सभी राज्यों के डीजीपी को भी आदेश दिए हैं कि, वे एक टीम बनाकर पॉक्सो एक्ट से संबंधित मामलों की जांच कर सुनिश्चित करें कि गवाह सुनवाई के लिए पेश हों…इसे लेकर यूपी पुलिस के मुखिया ओ पी सिंह बेहद संजीदा हैं…
बाल अपराधों को लेकर देश के सभी हिस्सों की हालत चिंताजनक है…नाबालिग बच्चों के खिलाफ होने वाले कई अपराधों की तो रिपोर्ट तक दर्ज नहीं हो पाती तो कई में रसूखदार बच निकलते हैं…छोटे बच्चों के खिलाफ हुए अपराधों में महाराष्ट्र, एमपी, गोवा, दमन एवं दीव और दादर और नगर हवेली के साथ दिल्ली की हालत भी बेहद चिंताजनक है…
आंकड़ों की बात की जाए तो, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गोवा, दमन एवं दीव और दादर नगर हवेली में 16099 और मध्य प्रदेश में 10117 केस लंबित हैं…दिल्ली में 6100 लंबित केसों में 4155 अभियोजन द्वारा सबूत पेश करने के चरण में हैं…ऐसे में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उम्मीद की जा रही है कि, नए कानून के तहत छोटे बच्चों से हैवानियत करने वालों के खिलाफ जल्द ही जांच पूरी होने के बाद सुनवाई होगी और फैसला भी जल्द से जल्द आएगा…
एपीएन ब्यूरो