17वीं लोकसभा के छठे सत्र के पहले दिन विपक्षी सांसदों ने सदन में जमकर हंगामा किया। सांसदों के बर्ताव से पीएम मोदी दुखी हो गए। लोकसभा में नए सांसदों के शपथ ग्रहण के साथ कार्यवाही शुरु हुई। इसके बाद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट 2.0 में शामिल सभी मंत्रियों का परिचय कराना शुरु किया। इस दौरान उम्मीद की तरह विपक्षी सांसदों ने जबरदस्त हंगामा करना शुरु कर दिया।

सांसदों के व्यवहार को देखते हुए पीएम मोदी ने कहा कि वे सोचकर आए थे कि आज सदन में उत्‍साह का माहौल होगा मगर ऐसा नहीं हुआ। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उन्‍होंने पिछले 24 साल में ऐसा कभी नहीं देखा। लोकसभा के स्‍पीकर ओम बिरला ने भी विपक्ष को खूब सुनाया।

विपक्षी सांसदों के हंगामे पर पीएम मोदी ने कहा, “मैं सोच रहा था कि आज सदन में उत्साह का वातावरण होगा क्योंकि बहुत बड़ी संख्या में हमारी महिला सांसद, दलित भाई, आदिवासी, किसान परिवार से सांसदों को मंत्रिपरिषद में मौका मिला। उनका परिचय करने का आनंद होता। लेकिन शायद देश के दलित, महिला, ओबीसी, किसानों के बेटे मंत्री बनें ये बात कुछ लोगों को रास नहीं आती है। इसलिए उनका परिचय तक नहीं होने देते।”

विपक्षी सांसदों द्वारा पीएम मोदी के अपमान को देखते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी खूब खरी खोटी सुनाई उन्‍होंने कहा कि पिछले 24 साल के संसदीय इतिहास में उन्‍होंने ऐसा कभी नहीं देखा। राजनाथ ने कहा कि सदन में परंपराएं टूट रही हैं। स्‍पीकर ओम बिरला ने भी विपक्षी सांसदों को उनके व्‍यवहार के लिए खरी-खोटी सुनाई।

बता दें कि इससे पहले पीएम मोदी ने कहा था कि हम सभी सांसदों और पार्टियों से अपील करते हैं कि वे इस पर सवाल पूछें और सरकार से जवाब लें। इससे कोरोना के खिलाफ हमारी जंग मजबूत होगी। 

गौरतलब है कि इस हंगामे की उम्मीद पहले से ही जताई जा रही थी। बीजेपी सरकार कोरोना, किसान आंदोलन, बेरोजगारी और महंगाई समेत कई मुद्दों पर घिरी हुई है। सदन में विपक्षी सांसदों ने इतना हंगामा किया कि 2 बचे तक कार्यवाही को स्थगित करनी पड़ी।