2019 के लोकसभा चुनाव में सत्ता में विराजमान भाजपा को जोर की पटकनी देकर सत्ता से बाहर फेंकने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाया जा रहा है। इसी कोशिश में विपक्ष द्वारा साम दाम दंड भेद जैसे सभी तरीके अपनाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में अब शिवसेना ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा है। शिवसेना से राज्यसभा सांसद संजय राउत ने बुधवार को पीएम मोदी पर सवाल दागते हुए कहा, कि जब प्रधानमंत्री मोदी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मिल सकते हैं तो शिवसेना ममता बनर्जी से क्यों नहीं मिल सकती। ममता बनर्जी तो भारतीय हैं और एक राज्य की मुख्यमंत्री हैं। एक समय पर वह एनडीए का हिस्सा भी रह चुकी हैं लेकिन एनडीए का दामन छोड़ने के बाद क्या वह अछूत हो गई हैं?

बता दे, सांसद संजय राउत मंगलवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिले थे, जिसकी जानकारी उन्होंने ट्विटर के जरिए दी।


पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को शिवसेना नेता संजय राउत से मुलाकात की, जिसके बाद से ही ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है कि 2019 के चुनावों में भाजपा की लंका में आग लगाने के लिए शिवसेना, ममता बनर्जी का दामन थाम सकती है। हालांकि संजय राउत ने ऐसी सभी अटकलों को खारिज कर दिया है और यह स्पष्ट कर दिया है कि शिवसेना और ममता बनर्जी के बीच मधुर संबंधों के चलते ही यह मुलाकात की गई है। उन्होंने बताया, कुछ बाते थी जो ममता जी शिवसेना तक त पहुंचाना चाहती थीं जिसके चलते यह बैठक रखी गई। इसके बाद ममता ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा, कि  मैं शिवसेना का सम्मान करती हूं क्योंकि वह धमकाने वाली राजनीति नहीं करती है।

संजय राउत से मुलाकात के बाद ममता बनर्जी ने मंगलवार को एनसीपी चीफ शरद पवार से भी मुलाकात की। बताया जा रहा है कि बुधवार को ममता बनर्जी दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के अलावा बीजेपी नेता अरुण शौरी, यशवंत सिन्हा और शत्रुघ्न सिन्हा से भी मुलाकात करने वाली हैं।