तीन देशों के दौरे पर निकले भारतीय प्रधानमंत्री मंगलवार को नीदरलैंड पहुंच गए। इससे पहले वे बाकी दो देश पुर्तगाल और अमेरिका का दौरा कर चुके हैं जहां उन्होंने कई मसलों पर बातचीत की और कई समझौतों पर अपनी बात रखी। यहां नीदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रूट ने उनका बड़े ही गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। बता दें कि इस साल भारत और नीदरलैंड अपने कूटनीतिक संबंधों की 70 वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। नीदरलैंड की यात्रा उनके इस चार दिवसीय दौरे की आखिरी यात्रा है जिसके बाद वह भारत लौट आएंगे।

नीदरलैंड के पीएम मार्क रूट ने कहा कि भारत वैश्विक आर्थिक शक्ति के रूप में हम सबके सामने उभर कर आया है। उन्होंने भारत को अपना पुराना मित्र बताते हुए कहा कि हम हमेशा भारत के सहयोगी रहेंगे। पीएम रूट ने कहा कि आज नीदरलैंड और भारत एकसाथ मिलकर व्यापार, पर्यावरण, कृषि, विज्ञान आदि क्षेत्रों में काम कर रहा हैं।वहीं कम समय में आवभगत की तैयारियों से मोदी काफी खुश हुए और उन्होंने इसके लिए डच पीएम को धन्यवाद कहा। मोदी ने नीदरलैंड के प्रति कृतज्ञता जताते हुए कहा कि नीदरलैंड के कारण ही भारत को MTCR की सदस्यता मिली है। उन्होंने कहा कि नीदरलैंड के निवेशकों ने भारत में काफी निवेश किया है।

भारत के लिए मोदी की नीदरलैंड यात्रा कई मायनों में काफी अहम् है। बता दें कि नीदरलैंड के पीएम रूट भी  2015 में भारत आए थे। उनके साथ उनके कैबिनेट के मंत्री, अधिकारी और 100 से ज्यादा कंपनियों का प्रतिनिधित्वमंडल करने वाला एक विशाल कारोबारी शिष्टमंडल भी आया था। उस समय दोनों प्रधानमंत्रियों ने विकास एवं समृध्दि में बढ़ोत्तरी के लिए अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के महत्व को स्वीकार किया था।

पीएम नरेंद्र मोदी नीदरलैंड में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित भी करेंगे। वहीं वह कई योजनाओं पर पीएम रूट से बात करेंगे। अमेरिका की तरह ही वो आतंकवाद का मुद्दा नीदरलैंड में भी उठाएंगे।