विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अपनी उस टिप्पणी को लेकर माफी मांगी है, जिसमें उन्होंने कहा था कि पीएम नरेंद्र मोदी ने नेपाल के जनकपुर के अपने हाल ही में हुए दौरे पर भारतीयों को संबोधित किया।

नेपाल के एक सांसद समेत ट्विटर यूजर्स ने उन्हें ध्यान दिलाया कि जनकपुर में उन्होंने नेपाली लोगों को संबोधित किया था न कि भारतीयों को, जिसके बाद सुषमा ने ट्वीट कर माफी मांगी। उन्होंने ट्वीट किया, “यह मेरी तरफ से हुई गलती थी। मैं पूरी गंभीरता से इसके लिए माफी मांगती हूं।” इससे पहले सुषमा स्वराज ने अपने बयान का एक वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया था कि प्रधानमंत्री मोदी ने नेपाल में बसे भारतीयों को संबोधित किया।

सुषमा स्वराज ने कहा था कि नरेंद्र मोदी एकमात्र ऐसे प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने अमेरिका के मैडिसन स्क्वायर से नेपाल के जनकपुर तक लाखों भारतीयों तक पहुंचने की कोशिश की है। जिसपर नेपाल कांग्रेस के नेता गगन थापा ने सुषमा स्वराज की आलोचना करते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि नेपाल की संप्रभुता को जानबूझकर नुकसान पहुंचाया गया है।

सुषमा ने राजग सरकार की चौथी वर्षगांठ के मौके पर एक प्रेस कॉफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी से पहले किसी भी प्रधानमंत्री ने इतने बड़े स्तर पर भारतीय प्रवासियों तक पहुंचने का प्रयास नहीं किया।

सुषमा ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान ये भी कहा कि कांग्रेस शासन में विदेश मंत्रालय संभ्रांत लोगों का मंत्रालय हुआ करता था और पिछले चार साल में आम लोग भी इससे जुड़े हैं। उन्होंने कहा, ‘हमने विदेश नीति में लोगों को जोड़ने की दिशा में काम किया है। असंवेदनशील लोग इसका मजाक उड़ा सकते हैं।