डिजिटल भारत का सपना मोदी सरकार के आने के बाद लोगों ने देखना शुरू किया है। हालांकि कांग्रेस के समय भी भारत ने डिजिटलीकरण में काफी नाम कमाया है। लेकिन मोदी सरकार का डिजिटल इंडिया अब हर भारतीय के कानों में गूंजने लगा है। इसी पड़ाव में अब माइक्रोसॉफ्ट का भी बयान आया है। प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज माइक्रोसाफ्ट का कहना है कि  देश में आ रहे डिजिटल बदलावों से भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 2021 तक 154 अरब डॉलर जुड़ेंगे।  माइक्रोसॉफ्ट और आईडीसी की रिपोर्ट ‘एशिया प्रशांत में डिजिटल बदलाव के आर्थिक प्रभाव को खोलना’ में कहा गया है कि एशिया प्रशांत की अर्थव्यवस्थाओं में डिजिटल बदलावों में तेजी आई है। माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के अध्यक्ष अनंत माहेश्वरी ने यहां संवाददाताओं से कहा , ‘‘2017 में भारत में करीब चार प्रतिशत जीडीपी डिजिटल उत्पादों और सेवाओं के जरिये आई।

अनंत माहेश्वरी का कहना है कि इन उत्पादों व सेवाओं का सृजन डिजिटल प्रौद्योगिकियों मसलन मोबिलिटी, क्लाउड, इंटरनेट आफ थिग्स (आईओटी) और आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) के जरिए हुआ।’’ उन्होंने कहा कि जहां तक लगता है कि है अगले चार साल में देश के करीब 60 प्रतिशत सकल घरेलू उत्पाद का डिजिटल बदलावों के रुख से मजबूत जुड़ाव होगा। माहेश्वरी ने कहा कि भारत में डिजिटल बदलाव काफी तेजी से आ रहे हैं। संगठन लगातार एआई जैसी उभरती प्रौद्योगिकियां लगा रहे हैं। इससे डिजिटल बदलाव आधारित वृद्धि और तेजी होगी।

ऐसे में अगर जमीनी हकीकत पर सब कुछ ठीक रहा तो भारत की जीडीपी में भारी बढ़ोत्तरी होने का अनुमान है। इससे मोदी सरकार को डिजिटल भारत का बहुत बड़ा फायदा मिल सकता है। इसी के साथ भारत की जीडीपी में भी एक बड़ा उछाल देखने को मिल सकता है। ट

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