झांसी में दिल दहला देने वाली घटना घटी है। ऐसी घटना जिसने डॉक्टरों की कार्यशैली, मानसिकता और नैतिकता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मऊरानीपुर थाना क्षेत्र के बम्हौरी गांव के पास स्कूली बच्चों की बस के अचानक ट्रैक्टर के सामने आ जाने से अनियंत्रित होकर पलट गई है इसमें बस कंडक्टर का पैर कट गया है। जबकि 6 से ज्यादा स्कूली बच्चे घायल हो गए।
बस में 20 स्कूली बच्चे बैठे हुये थे। बस पलटने के बाद बच्चों की चीख पुकार की आवाज सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और बस का कांच तोड़कर बच्चों को बाहर निकाला। सूचना पाकर घटना स्थल पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को इलाज के लिये नजदीकी अस्पताल पहुंचाया। दो स्कूली बच्चों के अलावा बस कंडक्टर की हालत गंभीर होने पर उन्हें मेडिकल कालेज झांसी के लिये रेफर कर दिया।
घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया लेकिन हद तो तब हो गई जब डॉक्टरों ने कंडक्टर का पैर काटकर उसको तकिया बनाकर पीड़ित के सिर के नीचे रख दिया। इस घटना को देखकर मरीज के परिजन और अस्पताल में मौजूद तमाम लोग सन्न हैं। पीड़ित की हालत नाजुक बनी हुई है।
जब कटे हुये पैर को सिर पर लगाने के मामले में सीएमएस से जानकारी ली तो उन्होंने इस बात से साफ इनकार कर दिया वैसे घटना की सूचना मिलते ही मुख्य चिकित्सा अधिक्षक हरिशचन्द्र आर्य मौके पर पहुंचे और उन्होंने जायजा लिया। इसके बाद उन्होंने कहा इस मामले की जांच कर कार्रवाई की जायेगी। वैसे गजब तो हुआ जब मीडिया में खबर आने के बाद डॉक्टरों ने मरीज का इलाज करना बंद कर दिया। मरीज को अब इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती किया गया है। घटना ने पूरा स्वास्थ्य सेवा को कटघरे में खड़ा कर दिया है।