भारतीय सेना ने लेफ्टिनेंट उमर फैयाज पर एक और वीडियो ट्वीट किया है जिसमें कहा गया है कि सेना और कश्मीर दोनों को उमर पर गर्व है। इसके साथ ही इस वीडियो द्वारा यह कहने की कोशिश की गई है कि ´मुझे न हिन्दुस्तानी ने मारा,न पाकिस्तानी ने, मुझे कश्मीरियों ने मारा , ये कश्मीर को तय करना है कि यहां बुरहान वानी रहेगा या उमर फैयाज। इससे पहले 10 मई को शहीद उमर फैयाज के कातिल आतंकियों का वीडियो वायरल हुआ था ।
सूत्रों के मुताबिक, एक शादी समारोह में लेफ्टिनेंट उमर फैयाज की आतंकियो द्वारा पहचान की गई और फिर एक किलोमीटर की दूरी पर उनकी हत्या कर दी गई। अनुमान लगाया जा रहा है कि एक किलोमीटर दूर सेब के बागान के पास उनका अपहरण करके ले जाया गया और उनको भड़काने का प्रयास किया जाने लगा लेकिन जब वह नहीं माने तो उनकी हत्या कर दी गई। जानकारी के मुताबिक आतंकियों की संख्या तीन थी जिनके पोस्टर भी जारी हो गए हैं। इस हत्या के पीछे हिजबुल मुजाहिद्दीन का हाथ बताया जा रहा है लेकिन लेफ्टिनेंट की हत्या जहां हुई वह क्षेत्र लश्कर-ए-तैयबा का माना जाता रहा है। लेफ्टिनेंट की लाश शोपियां के हरमैन चौक पर मिली। उनके शरीर पर गोलियों के निशान हैं ।
लेफ्टिनेंट फैयाज 31 दिसम्बर से 14 जनवरी तक राजपूताना राइफल्स के रेजीमेंटल सेंटर में थे। इसके बाद उनकी तैनाती एलओसी पर पाकिस्तानी सीमा से सटे अखनूर इलाके के लिए हो गई और वह वहां चले गए । वे `2 राजपूताना राइफल्स´ के अधिकारी थे। वह कुलगाम के रहने वाले थे।