कुमाऊं के काठगोगदाम में कुमाऊंनी वाद्घ यंत्रों को बजाकर विश्वप्रसिद्ध कैलाश मानसरोवर यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं का भव्य स्वागत किया गया। 59 सदस्यो वाला पहला दल मंगलवार सुबह दिल्ली से चलकर काठगोदाम पहुंचा तो यात्रियों के लिए लोगों ने पलक-पावड़े बिछा दिए। उन्हें पहाडी व्यंजन परोसे गए।इसके बाद यात्री कैलाश मानसरोवर यात्रा पर निकल पड़े। कैलाश मानसरोवर यात्रियों में भगवान शिव के दर्शन को लेकर जबरदस्त उत्सुकता और उमंग है।यात्रा में सबसे कम उम्र की 18 वर्षीय रिद्धि श्री कृष्णा महाराष्ट्र की निवासी हैं, जो पहली बार मानसरोवर की यात्रा कर रही हैं। जबकि सबसे ज्यादा उम्र के यात्री 69 वर्षीय इंद्रमोहन नोएडा के रहने वाले हैं जो 10वीं बार मानसरोवर यात्रा पर जा रहे हैं।
वहीं कैलाश मानसरोवर यात्रा का आयोजन कराने वाली कुमाऊं मण्डल विकास निगम के जीएम टीएस मर्तोलिया के मुताबिक, यात्रा मार्ग पर हर तरह की व्यवस्था कर ली गयी है। चाइना बॉर्डर के पास यात्रियों की सुरक्षा के लिए आईटीबीपी के जवानों को तैनात किया गया है।इस बार की यात्रा में कुल 18 दल कुमाऊं के रास्ते मानसरोवर यात्रा करेंगे।
इस दल मे 42 पुरूष और 17 महिला यात्री शामिल है।दल मे उत्तराखण्ड के भी दो यात्री शामिल हैं।यात्रा दल में दिल्ली से 14, उत्तर प्रदेश से 11 छत्तीसगढ़ से 3 , गुजरात से 2 महाराष्ट्र से 5, हरियाणा से 4, चंडीगढ़, तेलंगाना, कर्नाटक से एक-एक, केरल से 2 एमपी से 3 राजस्थान से 7, उत्तराखंड से 2 और वेस्ट बंगाल के 3 यात्री शामिल हैं।उत्तराखंड के 2 यात्रियों में एक रुद्रपुर और दूसरे देहरादून के निवासी हैं।जो नीलकंठधारी शिव के दर्शन के लिए निकले हैं।