तीस साल तक भारतीय नौसेना और देश की शान रहा आईएनएस विराट सोमवार को रिटायर हो जाएगा। भारतीय नौसेना के बेड़े में इस दूसरे विमान वाहक पोत ने सबसे पहले ब्रिटेन रॉयल नेवी में भी 25 वर्षों तक सेवाएं दी थी। उस वक्त इसका नाम एचएमएस हर्मीस था जो सन् 1959 से रॉयल नेवी की सेवा में था। सन् 1980 के दशक में भारतीय नौसेना ने इसे साढ़े छ: करोड़ डॉलर में खरीदा था और 12 मई 1987  को इसे सेवा में शामिल कर लिया गया था। जलमेव यस्य, बलमेव तस्य यानि जिसका अर्थ होता है समुद्र पर कब्जा है वही सबसे बलवान है – इन शब्दों में अपना विश्वास समेटे आईएनएस विराट ने 30 वर्षों की सेवा में इसे शब्दश: साबित करके दिखाया है।

INS VIRAT Retired From Navyआईएनएस विराट दुनिया का इकलौता ऐसा युद्धपोत है जिसने 5 दशक से भी ज्यादा समय तक समुद्र में रहकर सेवा दी है। इसी वजह से इसे ग्रेट ओल्ड लेडी के नाम से भी जाना जाता है। 26 फरवरी को वाइस एडमिरल गिरीश लुथरा ने आईएनएस विराट के डी-कमीशन होने की जानकारी दी थी। मुबंई में आज शाम को एक समारोह के बाद विमान वाहक पोत सेना से अलग हो जाएगा। इस भावुक मौके पर आईएनएस विराट पर जितने भी लोगों ने सर्विस दी थी, वे सभी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। तीस साल के इस सफर में आईएनएस विराट के साथ करीब 150 ऑफिसर और 1500 नाविक हिस्सा रह चुके हैं। करीब 57 सालों तक समुद्र में सेवा देने की वजह से आईएनएस विराट का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉड्स में भी दर्ज है। भारतीय नौसेना में अपनी 30 सालों में विराट 6 साल समंदर में रहा और बाकी समय बंदरगाह पर बिताए।

पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने भी ट्वीट कर इस खास मौके के बारे में जानकारी दी 

लेकिन, उनके इस ट्वीट के बाद क्रिकेट प्रेमियों के दिल की धड़कनें रुक गई। इसके बाद सहवाग ने दूसरे ट्वीट में बताया कि वे विराट क्रिकेटर की नहीं बल्कि आईएनएस विराट की बात कर रहें है। इस विशाल जहाज के सेवा समाप्त होने के बाद क्या होगा इसकी कोई पक्की जानकारी तो अभी तक नही है लेकिन सूत्रों से पता चला है कि आंध्र प्रदेश की सरकार इसे म्यूजियम में बदल सकते हैं हालांकि आंध्र सरकार ने इसका खर्च केंद्र सरकार को उठाने के लिए कहा है।