भारत ने साफ शब्दों में चीन से कहा है.. कि अभी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सेनाओं के पीछे हटने की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है.. भारतीय विदेश मंत्रालय का बयान तब आया है.. जब चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा.. कि दोनों देशों की सेनाओं ने तीन जगहों- गलवान घाटी, हॉट स्प्रिंग्स और कोंका पास पर डिसइंगेजमेंट पूरा कर लिया है.. और सिर्फ पैंगांग लेक में पीछे हटना बाकी है..
चीनी प्रवक्ता के बयान पर भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा.. कि पूरी तरह पीछे हटने की सहमति पर कुछ काम हुआ है लेकिन ये प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है.. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने एक बार फिर दोनों देशों के बीच हुई सैन्य और कूटनीतिक बातचीत की याद दिलाई और कहा कि सीमा पर शांति द्विपक्षीय रिश्तों का आधार है..
इस बीच, भारत ने चीन पर लगातार दबाव बनाए रखा है.. अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर भारत चीन को झटके पर झटका दे रहा है.. यही कारण है कि, चीन बैकफुट पर आता जा रहा है.. भारत में चीन के राजदूत सुन वीडॉन्ग ने कहा.. कि उनका देश भारत के लिए खतरा नहीं है.. चीनी राजदूत ने सहयोग का रवैया रखने की वकालत करते हुए कहा.. कि किसी एक को नुकसान पहुंचाने की सोच नहीं रखनी चाहिए.. हमारी अर्थव्यवस्थाएं एक-दूसरे पर टिकी हुई हैं.. इन्हें जबरदस्ती अलग करना सही नहीं है और इससे सिर्फ नुकसान होगा.. चीन का ये बयान ऐसे समय आया है जब भारत ने पिछले दिनों कई चाइनीज ऐप बैन किए हैं.. और व्यापार नियमों में तमाम बदलाव कर चीनी कंपनियों पर देश में काम करने पर अंकुश लगाया है..
इस बीच, चीन को एक और झटका देते हुए मोदी सरकार ने रंगीन टेलीविजन सेट के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है.. इस मकसद घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देना और दूसरे देशों खासकर चीन से रंगीन टीवी के आयात को खत्म करना है.. ये आयात प्रतिबंध 36 सेंटीमीटर से लेकर 105 सेंटीमीटर से अधिक की स्क्रीन आकार वाले रंगीन टेलीविजन सेट के साथ ही 63 सेंटीमीटर से कम स्क्रीन आकार वाले एलसीडी टेलीविजन सेट पर लगाया गया है.. भारत ने 2019-20 में चीन से करीब दो हजार सौ करोड़ रुपये कीमत का आयात किया था..ब्यूरो रिपोर्ट..