पाकिस्तानी सेना ने सोमवार को नियंत्रण रेखा (एलओसी) पार कर दो भारतीय जवानों के सिर काटने और उनके शवों के साथ बर्बरता करने के सबूत भारत के हाथ लगे हैं। इन सबूतों ने पाकिस्तान सरकार की पोल खोल दी है। सीमा पर खून की लकीर मिली हैं,इससे यह साफ़ जाहिर है कि पाकिस्तानी सैनिकों ने यह हमला भारतीय सीमा के अन्दर घुस कर किया है। भारत का कहना है कि उसके पास इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि उसके दो जवानों को मारने वाले पाकिस्तानी सेना के ही जवान थे।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने कहा, ‘क्या हमें यकीन है कि ये पाकिस्तान आर्मी के ही लोग थे?, जी हां हमें यकीन है।’ कृष्णा घाटी सेक्टर में दो जवानों की हत्या और उनके शवों के साथ बर्बरता पर पाकिस्तान के खिलाफ भारत के पास दो बड़े सबूत हैं।
पहला सबूत यह है कि भारतीय जवानों के साथ पाकिस्तानी जवान का भी खून मिला है। दूसरा सबूत है कि पाकिस्तानी जवान के खून के धब्बे भारतीय सीमा के भीतर मिले हैं। यानी पाकिस्तानी सेना के जवानों ने एलओसी पार किया था। गोपाल बागले ने कहा कि हमारे पास इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि भारतीय जवानों की हत्या पाकिस्तानी सैनिकों ने की है। पाकिस्तानी सैनिकों ने एलओसी को पार कर इस घटना को अंजाम दिया है।
भारतीय जवानों के साथ खून के धब्बे पाकिस्तानी सैनिकों के होने की पुष्टि करने के बाद विदेश सचिव एस जयशंकर ने पाकिस्तानी उच्चायुक्त अब्दुल बासित को तलब किया। एस जयशंकर ने सैनिकों की हत्या और इस करतूत पर बासित से नाराजगी भी जतायी।
एस जयशंकर ने अब्दुल बासित से कहा, ‘उच्चायुक्त होने के नाते हम ये उम्मीद करते हैं कि इस क्रूरतापूर्ण हत्या को लेकर भारत में आक्रोश की जो भावना व्याप्त है, उसे एकदम सही तरीके से वह अपनी सरकार तक पहुंचाएंगे।’ हालांकि पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने कहा कि पाकिस्तान की सेना ने इस घटना में शामिल नहीं है, लेकिन वह भारत की तरफ से कही गई बात अपनी सरकार तक पहुंचा देंगे।
सूत्रों से मुताबिक, पाकिस्तान सरकार इन सारे आरोपों को गलत बता रही है। पाकिस्तान ने आरोप लगाया है कि भारत सरकार कश्मीर से ध्यान हटाने और सरहद पर सैनिकों की संख्या को बढ़ाने के लिए ऐसा दावा कर रही है। इस तरह की हरकत के बाद पाकिस्तान की तरफ से इस तरह के ही जवाब आते हैं।