जब भक्ति आस्था से होते हुए ,तर्क की सीमाएं तोड़ कट्टरता का रूप धारण कर लेता है तो उसके परिणाम बहुत घातक होते हैं किंतु इस घटना में अभी बात कट्टरता तक नहीं आई है। लेकिन तर्क की सीमाएं तो इसने तोड़ ही दी है। सोमवार को जहां हमारे वैज्ञानिक भारत के विज्ञान का इतिहास रच रहे थे और सबसे भारी रॉकेट ले जाने में सक्षम बन रहे थे। वहीं हैदराबाद के पास नेशनल हाईवे 163 को सिर्फ इसलिए खोद डाला गया क्योंकि एक आदमी को सपने में उस स्थान पर शिवलिंग दिखा था। उसने लोगों को बताया कि इस जगह 10 फीट गहराई में शिवलिंग है किंतु 15 फीट खोदने के बाद भी लोगों को वहां शिवलिंग नहीं मिला।
यह घटना हैदराबाद से 80 किलोमीटर दूर तेलंगाना के जनगांव की है। दरअसल, लंबे समय से मनोज नाम का एक शख्स इस जगह पर खुदाई करने के लिए जोर डाल रहा था। उसने सपने में इस जगह शिवलिंग देखा था। हर बार जब भी वह सड़क के इस हिस्से में आया, वह बुरी तरह हिलने और लोटने लगता और कभी-कभी पूजा भी करता। यह काम वह लगभग तीन साल से कर रहा था। आखिरकार गांववाले, स्थानीय नेता और सरपंच राजी हो गए और जेसीबी मशीनों की मदद से इस हाईवे के उस स्थान को खोद डाला। किंतु 15 फीट खोदने के बाद भी जब उनको शिवलिंग के दर्शन नहीं हुए तो सबको मनोज पर शक हुआ। स्थानीय पुलिसवाले को भी मनोज पर शक हुआ और पुलिस मनोज और एक लोकल नेता को वहां से पकड़कर ले गई। स्थानीय पुलिस इंस्पेक्टर के मुताबिक, हाइवे को नुकसान नहीं हुआ है। अवैध खुदाई का केस दर्ज किया गया है।
इस प्रकरण से नेशनल हाइवे की दोनों ओर कम से कम एक किलोमीटर तक लंबा जाम लग गया था । यह हाइवे वारंगल से हैदराबाद को जोड़ता है। इसी हाइवे के बीचों बीच 15 फीट लम्बा और 8 फीट चौड़ा गड्ढा खोदा गया है।