आम आदमी पार्टी में मचा घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। कपिल मिश्रा जहाँ एक तरफ केजरीवाल पर लगातार हमला बोल रहे हैं वहीँ दूसरी तरफ विवादों में घिरी पार्टी के शीर्ष नेता अरविन्द केजरीवाल विधानसभा में सबसे बड़े षड्यंत्र के खुलासे का दावा कर रहे हैं। कपिल के आरोपों पर केजरीवाल ने कोई सफाई नहीं दी है लेकिन सुबह एक ट्वीट के माध्यम से उन्होंने कहा कि सौरव भारद्वाज आज विधानसभा में एक बड़े षड़यंत्र का खुलासा करेंगे। देश के लोगों को इसे देखना चाहिए। हालांकि इस पर अभी तक सस्पेंस बना हुआ था कि आखिर कौन सा खुलासा होना है।
देश में चल रहे एक बहुत बड़े षड्यंत्र का सच आज सदन में सौरभ भारद्वाज देश के सामने रखेंगे। उन्हें ज़रूर सुनियेगा। सत्यमेव जयते।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 9, 2017
दिल्ली विधानसभा का विशेष सत्र आज शुरू हुआ। इस सत्र के हंगामेदार होने का अनुमान पहले से ही लगाया जा रहा था और हुआ भी वही। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सबसे पहले बीजेपी विधायक विजेंद्र गुप्ता को सदन से बाहर निकाल दिया गया। बिजेंद्र गुप्ता 1000 करोड़ रूपए के जमीन घोटाले को लेकर कार्यस्थगन प्रस्ताव की मांग कर रहे थे। जिसे स्पीकर ने नामंजूर कर दिया। इसके अलावा उन्हें बाहर भी निकाल दिया गया। बाहर निकलने के बाद वह गाँधी मूर्ति के नीचे धरने पर बैठ गए हैं।
इसके बाद ईवीएम में छेड़छाड़ को लेकर चांदनी चौक से विधायक अलका लम्बा ने बोलना शुरू किया। उन्होंने कहा कि देश भर में पुरानी मशीनों से चुनाव कराया जा रहा है। यह पूरा खेल ईवीएम का है और इसमें छेड़छाड़ भी संभव है। अल्का ने कहा कि चुनाव आयोग ने पर्याप्त ईवीएम होने के बावजूद राजस्थान से ईवीएम मशीनें मंगाईं। अल्का ने यह भी आरोप लगाया कि ईवीएम की निगरानी में लगाए गए सीसीटीवी मशीनों को डैमेज करके ईवीएम से छेड़छाड़ करके उम्मीदवारों को जिताया गया।
अलका लांबा के बाद ग्रेटर कैलाश से विधायक सौरव भारद्वाज सामने आये। उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि ईवीएम में छेड़छाड़ हो सकती है। ऐसा करना संभव है। उन्होंने ईवीएम से मिलती जुलती मशीन के द्वारा लाइव डेमो भी दिया। उन्होंने कहा कि हर ईवीएम का एक सीक्रेट कोड होता है। इसी कोड की मदद से छेड़छाड़ संभव है। सौरव के इस डेमो को देखने के लिए जदयू,राजद,टीएमसी सहित कई अन्य पार्टियों के नेता सदन में मौजूद थे। सौरव ने अपने डेमो के माध्यम से यह साबित करने कि कोशिश कि ईवीएम में गड़बड़ी संभव है। उन्होने कहा कि 3 घंटे के लिए गुजरात की ईवीएम दे दीजिए, चैलेंज है बीजेपी एक भी सीट नहीं जीत पाएगी। हालांकि यह मशीन ईवीएम से कितनी मेल खाती है और इसके काम करने का तरीका क्या है इसके बारे में उन्होंने ज्यादा जानकारी नहीं दी है।
आम आदमी पार्टी ने यह सत्र ऐसे समय पर बुलाया है जब आप सरकार से बर्खास्त मंत्री कपिल मिश्रा केजरीवाल और अन्य आप नेताओं पर लगातार एक के बाद एक आरोप लगाते जा रहे हैं। इस सम्बन्ध में उन्होंने एसीबी,सीबीआई और एलजी से शिकायत भी दर्ज करायी है। ऐसे में इन आरोपों पर सफाई देने की बजाय केजरीवाल का अचानक ऐसे विधानसभा सत्र बुलाना और ईवीएम का मुद्दा एक बार फिर से उठाना आप की नई रणनीति का एक हिस्सा माना जा रहा है। इसके तहत वह लोगों का ध्यान बांटना चाहते हैं। साथ ही अपनी सरकार और अपने आरोपों को साबित भी करना चाहते हैं लेकिन सवाल यह है कि दूसरे से जवाब मांगने वाले केजरीवाल आज अपने ऊपर लगे आरोपों को लेकर इतने खामोश क्यों हैं?