बीजेपी दलितों को मनाने के लिए हर कोशिश में लगी है। केंद्रीय मंत्री और बीजेपी की वरिष्ठ नेता ने दलितों के घर नेताओं के खाना खाने पर बड़ा बयान दिया है। उमा भारती का मानना है कि वह भगवान राम नहीं है जो दलितों के साथ खाना खाकर उन्हें पवित्र कर सके।

उमा भारती ने कहा, ‘हम भगवान राम नहीं हैं कि दलितों के साथ भोजन करेंगे तो वे पवित्र हो जाएंगे। जब दलित हमारे घर आकर साथ बैठकर भोजन करेंगे तो हम पवित्र हो पाएंगे। दलितों को जब मैं अपने घर में अपने हाथों से खाना परोसूंगी तब मेरा घर धन्य हो जाएगा।’

इससे पहले उमा ने एक ट्वीट कर कहा था, कि ‘मैं तो दलित वर्ग के लोगों को अपने घर में, अपने साथ डाइनिंग टेबल पर बिठाकर भोजन करती हूं और मेरे परिवार के सदस्य उन्हें भोजन परोसते हैं।’

बता दें कि इन दिनों बीजेपी दलितों को साधने की हर कोशिश में लगी हुई है। इसी के चलते यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य नेताओं ने भी दलितों के घर जाकर भोजन खाना शुरू कर दिया है।

गौरतलब है कि 2 अप्रैल को हुए दलितों के प्रदर्शन के बाद से ही बीजेपी और अन्य पार्टियां भी दलितों को साधने में जुटी हुई हैं। जहां विपक्ष पार्टियां बीजेपी को दलित विरोधी बता रही है, वहीं बीजेपी तरह-तरह से दलितों को अपने पक्ष में लाने की कवायद में लगी है और नई-नई तरकीबे अपना रही है। साल 2019 में दलितों के वोट की अहमियत को देखते हुए कोई भी पार्टी इन्हें अपने से दूर नहीं जाने देना चाहती है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here