खूब चली लाठियां और जमकर हुआ हंगामा…पढ़ाई का अहम केंद्र एएमयू आजकल पाकिस्तान के कायदे आजम मोहम्मद अली जिन्ना की वजह से सुर्खियों में है…इसे लेकर देश में सियासत गरम है…वजह, एएमयू में लगी मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर है…जिसे लेकर आज जमकर हंगामा हुआ…एएमयू के गेट तक पहली बार हिंदू संगठनों के लोग पहुंचे…छात्र और हिंदू संगठन जिन्ना की तस्वीर पर एक-दूसरे के सामने आ गए…दोनों में पथराव से शुरूआत हुई और बाद में डंडे चले…हालात बिगड़ते देख पुलिस ने जमकर पसीने बहाए…एएमयू पर कई थानों की पुलिस और आरएएफ ने लाठियां चटकाईं लेकिन दोनों पक्षों का उबाल कम नहीं हुआ तो भगाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े…इसमें आधा दर्जन छात्र घायल हो गए…जिन्ना की तस्वीर का जिन्न निकलने पर हिंदू संगठन ने जुलूस निकाला…एएमयू में लगी तस्वीर हटाने को लेकर जिन्ना का पुतला फूंका और प्रदर्शन किया…फिर क्या था विरोध की आवाज बुलंद करने के लिए छात्र भी डंडे लेकर आ गए…पुलिस ने बवाल रोकने की पुरजोर कोशिश की तो छात्र पुलिस से ही भिड़ गए…तब, खाकी ने हालात को बेकाबू होने से बचाने के लिए छात्रों पर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े…
एएमयू में पाकिस्तान के संस्थापक जिन्ना की तस्वीर लगे होने के खिलाफ हिंदू युवा वाहिनी मैदान में उतरी…इसके बाद जिन्ना की तस्वीर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से गायब हो गई…हालांकि, इस मामले में एएमयू छात्रसंघ के उपाध्यक्ष सज्जाद सुभान ने सफाई दी…कहा, तस्वीर हटाई नहीं गई है…तस्वीरों की सफाई चल रही है…
एएमयू छात्र यूनियन ने हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं पर मामला दर्ज कराने और कार्रवाई की मांग की है…हिंदू संगठन जिन्ना की तस्वीर हटाने तो एएमयू छात्र संगठन रखने पर अड़े हैं…उनका तर्क है कि, यूनिवर्सिटी की स्थापना वर्ष 1920 में हुई थी, तब तक छात्रसंघ का गठन हो चुका था…वहीं तस्वीर लगी होने पर बीजेपी सांसद सतीश कुमार गौतम भड़क गए थे…उन्होंने कुलपति प्रो. तारिक मंसूर को पत्र भेजकर यह तस्वीर लगाने का औचित्य पूछा था…ऐसे में सवाल यही है कि, क्या पाकिस्तान के कायदे आजम की वजह से सियासत और पढ़ाई का कायदा नहीं बिगड़ रहा है…?
एपीएन ब्यूरो