हिमाचल प्रदेश में एक दिल दहला देने वाली घटना हुई जिसे सुनकर आपके रोंगते खड़े हो जाएंगे। उत्तराखंड के विकासपुर से हिमाचल के त्यूणी जा रही एक प्राइवेट बस अतरौली और गुम्मा नामक जगह के बीच एक पुल की रेलिंग तोड़ते हुए टॉन्स नदी में जा गिरी। इस भयानक और दर्दनाक हादसे में अभी तक 46 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है जबकि कुछ लोग अभी भी लापता है। हादसा इतना भयावय था कि नदी के चारों तरफ लाशें ही बिखरी पड़ी है। कुछ लोग नदी के तेज बहाव में बह गए। 800 फीट की उंचाई से लुकड़ते हुए खाई में गिरने वाली बस के यात्रियों के लाशों को पहचानना भी मुश्किल हो रहा है। कुछ मुसाफिरों के सिर भी धड़ से लगभग अलग से हो गए है जबकि कुछ लोगों के शरीर के कई टुकड़े हो गए है।
इस घटना की जानकारी सबसे पहले स्थानीय लोगों को मिली जिसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचित किया। वहां पहुंचे लोगों ने लाशों को पानी से निकाल कर ढ़का और बाकी लोगों की तलाश में जुट गए। पुलिस, सूचना मिलने के बाद तुरंत मौके पर पहुंची और रेस्क्यू टीम के साथ मिलकर लापता लोगों की तलाश कर रहीं है।
बताया जा रहा है कि यह बस सुबह विकासपुर से त्यूणी के लिए चली। उत्तराखंड और हिमाचल की सीमा में घुमा के निकट घुमावदार रास्तों में चालक संतुलन खो बैठे और बस खाई में लुकड़ते हुए टोंस नदी में जा समाई। इस घटना पर हिमाचल और उत्तराखंड सरकार की ओर से संयुक्त रूप से रेस्कयू ऑप्रेशन चलाया जा रहा है। खाई ज्यादा गहरी होने की वजह से रेस्कयू में भी दिक्कत आ रही है।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हिमाचल में पर गुमा अतरौली में हुए हादसे में मृतकों के प्रति शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री रावत ने मृतक आश्रित को एक लाख रुपये, गम्भीर घायल को 50 हजार रुपये व सामान्य घायल पर 25 हजार रुपये की सहायता के निर्देश दिए हैं।
शिमला के उपायुक्त रोहन चंद ठाकुर ने बताया कि यात्री उत्तराखंड के विकासनगर से त्यूणी जा रहे थे और दुर्घटना हिमाचल प्रदेश में उत्तराखंड-हिमाचल सीमा पर हुई। उन्होंने बताया कि बस में 56 लोग सवार थे। शिमला के पुलिस अधीक्षक डी डब्ल्यू नेगी ने बताया कि 46 शव बरामद किए जा चुके हैं और अन्य की खोज जारी है। उन्होंने बताया कि घटनास्थल शिमला से करीब 190 किमी की दूरी पर है और पहाड़ी इलाके होने की वजह से राहत और बचाव कार्य में देरी हो रही है।