भीषण गर्मी से बेहाल और मानसून का इंतजार कर रहे लोगों के लिए राहत की खबर है। इस साल जून से सितंबर के दौरान जमकर बारिश होगी। दरअसल, मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) ने मंगलवार शाम दक्षिणी-पश्चिमी मानसून का दूसरा पूर्वानुमान जारी कर दिया।
आइएमडी के ताजा अनुमान के मुताबिक जुलाई में 96 फीसदी और अगस्त में 99 फीसदी बारिश होने की संभावना है। मानसून सीजन (जून-सितंबर) के दौरान 98 फीसदी बारिश होने का अनुमान है। मध्य भारत में औसतन 100 फीसदी बारिश होने की संभावना है।
मौसम विभाग के महानिदेशक डा. केजे रमेश के मुताबिक, इस साल देश में मानसून सामान्य रहेगा। अभी तक देश के प्रमुख हिस्सों में अच्छी बारिश हो भी रही है। साथ ही मानसून सही रफ्तार के साथ मैदानी इलाकों की ओर बढ़ रहा है।
उन्होंने बताया, कि देश के पूर्वी राज्यों पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड में 13 से 14 जून तक मानसून प्रभावी हो जाएगा। वहीं दिल्ली सहित मध्य एवं उत्तरी भारत में इस महीने के अंत तक मानसून प्रभावी हो जाएगा।
भारतीय मानसून पर अलनीनो के प्रभाव के संबंध में डा. रमेश ने कहा कि अलनीनो की आशंका खत्म हो गई है। इसलिए मानसून पर अनुमान बढ़ाया गया है। इस महीने के अंत तक मॉनसून पूरे देश में फैल जाएगा।
उत्तराखंड की बात करें तो पिथौरागढ़, नैनीताल, रुद्रप्रयाग और चमोली जिलों में अगले 48 घंटों में भारी बारिश और तूफान और 2000 मीटर से अधिक उंचाई वाले स्थानों में तूफान और मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मद्देनजर उत्तराखंड सरकार ने परामर्श जारी किया है।
यहां जारी एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, मौसम विभाग के पूर्वानुमान को देखते हुए मुख्य सचिव एस रामास्वामी के निर्देश पर सचिव, आपदा प्रबंधन, अमित ने परामर्श जारी कर संबंधित जिलाधिकारियों को सतर्क रहने को कहा है। मौसम विभाग ने जनता को तेज हवाओं और ओलावृष्टि के दौरान सतर्क और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है।