दुनिया की सबसे ऊंची स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को देखने के लिए बड़ी तादाद में लोग पहुंच रहे हैं। दिवाली की छुट्टी होने की वजह से यहां पहुंचने वाले लोगों की संख्या कई गुना बढ़ गई है। बता दें कि 182 मीटर ऊंची सरदार वल्लभभाई पटेल की इस स्टैच्यू का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 31 अक्टूबर को अनावरण किया था।
शनिवार को स्टैच्यू ऑफ यूनिटी देखने के लिए नर्मदा जिले के केवड़िया टाउन में लोगों की भीड़ उमड़ी, जिसके चलते यहां 10 किमी लंबा ट्रैफिक जाम लग गया। माना जा रहा है कि शनिवार को 30 हजार से भी ज्यादा सैलानी स्टैच्यू ऑफ यूनिटी देखने पहुंचे। सरदार पटेल की 182 लंबी स्टैच्यू देखने के लिए सरदार सरोवर नर्मदा निगम के ऑफिस पर टिकट लेने वालों की लंबी-लंबी कतारें देखने को मिलीं।
शनिवार को स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक पहुंचाने वाली बसों में भी अफरातफरी का माहौल रहा। दरअसल, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को देखने वालों की भीड़ को देखते हुए नया नियम लाया गया है, जिसमें कहा गया है कि यहां पर आने वाले लोगों को अपने वाहनों को बाहर खड़ा करना पड़ेगा और बस से अंदर जाना होगा। वैसे अब तक सरदार सरोवर निगम को स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से 50 लाख रुपये से ज्यादा की कमाई हो चुकी है।
वही सरकार ने घोषणा की है कि 12 नवंबर यानी सोमवार को स्टैच्यू ऑफ यनिटी को मेंटेनेंस के लिए बंद रखा जाएगा। लिहाजा सोमवार को यहां लोग नहीं आएं। वहीं, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के साथ जो टेंट सिटी बनाई गई है, उसमें 250 से भी ज्यादा टेंट हैं, जो पूरी तरह से बुक चल रहे हैं। इसके अलावा आसपास के इलाके के ज्यादातर होटल भी पूरी तरह से बुक हैं।
बता दें भारत की आजादी के समय देश में 562 रियासतें थी जिन्हें इकट्ठा करके सरदार पटेल ने आज का भारत बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। इसलिए उन्हें भारतीय एकता यानी ‘यूनिटी’ का प्रतीक माना जाता है। गुजरात विधानसभा में सीटों की संख्या 182 है और इसी संख्या को ध्यान में रखकर सरदार पटेल की 182 मीटर ऊंची मूर्ति बनाई गई है।