दिल्ली की आबोहवा में एक बार फिर जहरीली धुंध घुल चुकी है, जिससे लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 380 के पार पहुंच चुका है और हालात बिगड़ते जा रहे हैं। हाल ही में दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तीसरे चरण की पाबंदियां लागू कर दी गई हैं। इससे गैर-जरूरी निर्माण कार्यों, कुछ गाड़ियों के संचालन और अन्य प्रदूषणकारी गतिविधियों पर रोक लगाई गई है।
दिल्ली में GRAP-3 की पाबंदियां लागू
बुधवार को शाम चार बजे दिल्ली का एक्यूआई 365 तक पहुंच गया, जिससे केंद्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) को GRAP-3 के तहत कड़े प्रतिबंध लगाने पड़े। इस योजना के तहत निर्माण और तोड़फोड़ की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। साथ ही, पांचवीं कक्षा तक के स्कूलों को हाइब्रिड मोड में संचालित करने का निर्देश दिया गया है।
GRAP-3 में लागू की गई पाबंदियां
- BS-3 पेट्रोल और BS-4 डीजल फोर-व्हीलर गाड़ियों के संचालन पर प्रतिबंध।
- गैर-जरूरी कंस्ट्रक्शन और तोड़फोड़ गतिविधियों पर रोक।
- होटल और रेस्तरां में तंदूर में कोयला और लकड़ी के उपयोग पर प्रतिबंध।
- डीजल जनरेटर सेट का उपयोग केवल आपातकालीन परिस्थितियों में ही किया जा सकेगा।
- सड़कों पर धूल को दबाने के लिए नियमित सफाई और पानी का छिड़काव।
- डीजल-संचालित मध्यम माल वाहनों पर भी प्रतिबंध।
- सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार, CAQM को GRAP-III के तहत तब कदम उठाने चाहिए जब AQI 350 से अधिक हो जाए, और GRAP-IV तब लागू होता है जब AQI 400 से ऊपर चला जाए।
दिल्ली में फिर क्यों लौटा जहरीला धुआं?
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के पीछे कई कारण हैं। सर्दियों के मौसम में तापमान में गिरावट और हवा की गति धीमी होने से प्रदूषक तत्व वातावरण में जमा हो जाते हैं। इसके अलावा, वाहनों से निकलने वाला धुआं, पराली जलाने की घटनाएं, पटाखों का जलना और स्थानीय प्रदूषण स्रोत AQI को खतरनाक स्तर तक पहुंचा देते हैं।
30 जनवरी 2025 से 1 फरवरी 2025 तक एक्यूआई बहुत खराब श्रेणी में बने रहने की संभावना है। बुधवार सुबह 11 बजे दिल्ली का AQI 349 था, जो दोपहर 3 बजे 360 और शाम 6 बजे 379 हो गया। दिल्ली के बवाना, आनंद विहार, ओखला, पंजाबी बाग, रोहिणी, विवेक विहार और वजीरपुर जैसे इलाकों में एक्यूआई 350 के पार पहुंच चुका है।
दिल्ली की हवा फिर से जहरीली हो गई है, जिससे लोगों को सांस लेने में कठिनाई हो रही है। प्रदूषण नियंत्रण के लिए GRAP-3 के तहत कड़े प्रतिबंध लागू कर दिए गए हैं, लेकिन समस्या के स्थायी समाधान के लिए दीर्घकालिक उपायों की जरूरत है। सरकार और नागरिकों को मिलकर इस गंभीर मुद्दे का हल निकालना होगा ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति न बने।