उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाला है। राज्य में अफवाहों का बाजार गर्म है। राजनीतिक गलियारों में शोर है कि, इस बार योगी आदित्यनाथ का पत्ता साफ हो सकता है। इस मुद्दे पर कोई खास प्रतिक्रिया नहीं मिल रही थी। अब दिल्ली से लखनऊ आए भाजपा नेताओं ने राजधानी में कई वरिष्ठ मंत्रियों एक-एक कर के बात की। इसके बाद यह स्पष्ट हो गया है कि राज्य में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पार्टी के नेता बने रहेंगे। इतना ही नहीं पार्टी उनकी ही अगुआई में आगामी विधानसभा चुनाव में उतरेगी।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव बी.एल. संतोष ने मंगलवार रात पिछले पांच हफ्तों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुआई में COVID स्थिति के ‘प्रभावी प्रबंधन’ की प्रशंसा करते हुए यूपी में नेतृत्व परिवर्तन के बारे में सभी अफवाहों पर पूर्ण विराम लगा दिया है।
उधर, पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राधा मोहन सिंह ने नेतृत्व में बदलाव की खबरों को ‘कपोल कल्पना’ और ‘किसी के दिमाग की उपज करार’ दिया है। संतोष के साथ लखनऊ के तीन दिवसीय दौरे पर आए सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने के बाद मंगलवार को उप मुख्यमंत्रियों केशव प्रसाद मौर्य तथा दिनेश शर्मा से मुलाकात की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह योगी आदित्यनाथ का पूरा समर्थन कर रहे हैं। पूरा समर्थन संकेत इस ओर इशारा कर रहे हैं कि योगी आदित्यनाथ को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह अगले साल भी देखना चाहते हैं। केंद्र में आकलन यह है कि आदित्यनाथ, यूपी में पार्टी के लिए सबसे अच्छे नेता हैं क्योंकि वह अपने शासन मॉडल, जमीन पर कड़ी मेहनत और साफ छवि के साथ वहां बेहद लोकप्रिय हैं। इन सबकी वजह से आलाकमान का विश्वास अब भी योगी में कायम है।