बिहार के गया में गुरु- शिष्य परंपरा को कलंकित करनेवाला का एक मामला सामने आया है । पीजी की चौथे सेमस्टर की एक छात्रा को उसके प्रोजेक्ट में मदद करने और अच्छे नंबर दिलाने के नाम पर एक प्रोफेसर कुछ ऐसी मांग रख दी। जिसे सुनकर कोई भी शर्मसार हो जाये। जी हां, यह मामला है गया कॉलेज का। छात्रा को उसके प्रोजेक्ट में मदद करने के बहाने प्रोफेसर ने घर आने और उसकी इच्छा पूरी करने की मांग रख दी। लेकिन प्रोफेसर साहब की यह करतूत रिकॉर्ड हो गई।
छात्रा ने जब प्रोफेसर को बताया कि वह बातचीत फोन में रिकॉर्ड कर रही है। तो प्रोफेसर साहब ने उसका लाइफ बर्बाद करने की भी धमकी दी । बाद में छात्रा ने प्रोफेसर द्वारा उसके मोबाइल फोन पर हुई बातचीत का ऑडियो भी पुलिस को सौंप कर मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरु कर दी है ।
इस घटना के सामने आने के बाद कॉलेज परिसर में छात्रों ने जम कर हंगामा किया और आरोपित प्रोफेसर पर कठोर कार्रवाई की मांग भी की । बाद में प्राचार्य ने छात्रों को कार्रवाई का आश्वासन देकर मामले को शांत किया ।
गुरु-शिष्य परंपरा भारत की संस्कृति का एक अहम और पवित्र हिस्सा रहा है। लेकिन गिरते सामाजिक मूल्यों के साथ अब इस परंपरा पर भी जैसे ग्रहण सा लगता जा रहा है । गया कॉलेज का मामला इसकी एक छोटी मिसाल भर है ।
वायरल हुई पूरी बातचीत कुछ यूं है –
प्रोफेसर- अरे कितना बार याद करोगी, अचंभा करती हो। क्लास में फर्स्ट क्लास चाहती हो न?
छात्रा- क्या?
प्रोफेसर- फर्स्ट क्लास?
छात्रा- क्या?
प्रोफेसर- अरे तुमको फर्स्ट क्लास मार्क्स चाहिए ना? इ पूछ रहे हैं
छात्रा- फर्स्ट क्लास?
प्रोफेसर- हैलो फर्स्ट क्लास चाहिए तुमको मार्क्स?
छात्रा- हां सर।
प्राफेसर- हां तो उसके लिए कुछ करोगी तब न
छात्रा- क्या करना पड़ेगा सर?
प्रोफेसर- पैरवी करना न होगा।
छात्रा- पैरवी मतलब, पैसा वगैरह कितना लगेगा?
प्रोफेसर- पैसा नहीं भाई, ऐसे ही।
छात्रा- ऐसा कैसे सर?
प्रोफेसर- ऐसा करने के लिए तुमको समझना होगा। कैसी लड़की हो तुम। दुत
प्रोफेसर- अरे तुम बच्चा की तरह बात करती हो। लगता है तुमको कुछ समझ में नहीं आ रहा है।
छात्रा- क्या बोले सर, कुछ समझ में नहीं आया। फिर से बोलिये ना कुछ समझ में नहीं आया।
प्रोफेसर- कल हम तुमको क्या बोला था?
छात्रा- क्या बोले थे। कल की बात हम कुछ समझे नहीं कि पैरवी के लिए हमको क्या करना पड़ेगा
प्रोफेसर- हमको जिसमें इंटररेस्ट है, वह तुम करोगी तो होगा
छात्रा- क्या?
प्रोफेसर- अच्छा तुम आवेगी तो बात करेंगे। 30 को आवेगी?
छात्रा- कहां 30 को कॉलेज में?
प्रोफेसर- घर पर। कॉलेज में कैसे चेक करेंगे। वहां सब लोग आता-जाता रहता है। वहां एसी वगैरह लग रहा है ना। डिपार्टमेंट में। इसीलिए घर में ही बैठेंगे
छात्रा- अच्छा, अच्छा।
प्रोफेसर- तुमको सब अच्छी तरह से समझाया था कि आ जाना
छात्रा- हमको समझ में नहीं आया। हमको लगा कि सब्जेक्ट के लिए बोले हैं तो। । पैरवी के लिए आप बोले नहीं थे। आप बोले थे कि हेल्प कर देंगे।
प्रोफेसर- तुम केवल मतलब-मतलब करती हो।
छात्रा- क्लीयर बताइयेगा तब ना।
प्रोफेसर- अरे सेक्स वगैरह होता है ना
छात्रा- क्या?
प्रोफेसर- अरे छोड़ो।
छात्रा- आपको पता है आप क्या बोल रहे हैं?
प्रोफेसर- हां क्या बोल रहे हैं।
छात्रा- आपको पता है आप क्या बोल रहे हैं?
प्रोफेसर- आवेगी तब हम बतायेंगे।