चुनाव आयोग ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के 15 जिलों के चुनाव अधिकारियों को दैनिक जागरण और सर्वे करने वाली एजेंसी (रिसोर्स डेवलेपमेंट इंटरनेशनल) के खिलाफ़ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है। चुनाव आयोग ने यह आदेश पहले चरण के एक्ज़िट पोल के नतीजे छापने के सिलसिले में दिया है।

आयोग के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पीके पांडेय ने बताया कि, आयोग के निर्देश पर पहले चरण के सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को मैनेजिंग डायरेक्टर आरडीआई और अखबार के मैनेजिंग एडिटर और एडिटर इन चीफ के खिलाफ 1951 की धारा 126 ए तथा 126 बी के तहत एफआईआर दर्ज करने के निर्देश जारी किए गए हैं। इसके तहत अपराध की सजा दो साल तक की कैद या जुर्माना या दोनों है।

चुनाव आयोग के मुताबिक 4 फरवरी 2017 के प्रात: सात बजे से लेकर आठ मार्च, 2017 के सायं साढ़े पांच बजे तक कोई एक्जिट पोल प्रिंट और इलेक्ट्रोनिक मीडिया या किसी अन्य तरीके से प्रकाशित या प्रसारित नहीं किया जा सकता है। आयोग का कहना है कि रिसोर्स डेवलपमेंट इंटरनेशनल और दैनिक जागरण ने एक्जिट पोल के नतीजे प्रकाशित कर आयोग के निर्देशों का उल्लंघन किया है।

दैलिक जागरण ने अपने सर्वे के माध्यम से बताया था कि उत्तर प्रदेश में पहले चरण में  73 सीटों पर हुए मतदान में भाजपा सबसे आगे रही है और बसपा इस दौड़ में दूसरे नबंर पर है जबकि  सपा-कांग्रेस गठबंधन रेस में सबसे पीछे है।  चुनाव आयोग का कहना है कि ऐसे समय में जबकि उत्तर प्रदेश में अभी कई चरणों में  मतदान होना बाकी  है एग्जिट पोल को छापने से  वोटरों को प्रभावित करने का प्रयास समझा ही है।

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