नोएडा के सेक्टर 76 में हुए बहुचर्चित अंकित चौहान मर्डर केस की गुत्थी सुलझने का एसटीएफ और सीबीआई दावा कर रही है।
अंकित हत्याकांड केस में एसटीएफ और सीबीआई ने इस हत्या से संबंधित 2 लोगों को हिरासत में ले लिया है। इस हत्या का मुख्य आरोपी शशांक नाम का शख्स है। जो इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुका है। पुलिस को शंशाक पर पहले से ही शक था, इसलिए पुलिस ने शशांक पर भी 5 लाख रुपये का इनाम रखा था। पुलिस को आरोपियों के पास से वारदात में शामिल एक कार एवं फर्जी नंबर प्लेट भी बरामद हुई है। हत्या में इन दोनो के अलावा एक और आरोपी पंकज भी शमिल था जिसकी दिल की बीमारी के चलते मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि, इस हत्या का मुख्य कारण अंकित की फॉर्च्यूनर गाड़ी लूटना था। गाड़ी लूटने में असफल होने पर आरोपियों ने अंकित की हत्या कर दी थी। एसटीएफ शशांक और दूसरे आरोपी को कोर्ट में पेश करने की तैयारी कर रही है। हत्या की मुख्य वजह यह थी कि, मुख्य आरोपी शशांक रियल एस्टेट व्यवसाय से जुड़ा हुआ था, लेकिन उसे काफी घाटा हो रहा था। आरोपी शशांक और मनोज दोनों के बीच पैसों का काफी लेन-देन था। घाटे में होने के कारण सतपाल उर्फ सत्ते ने उन्हें फॉर्च्यूनर कार के बदले 8-10 लाख रुपये देने की बात कही थी। जिसके बाद उन्होंने इस हत्या को अंजाम दिया। फिलहाल एसटीएफ फॉर्च्यूनर कार के बदले पैसे देने वाले सत्ते की तलाश कर रही है।
क्या था पूरा मामला-
मेरठ के रहने वाले अंकित चौहान अपनी पत्नी के साथ सेक्टर-76 में प्रतीक विस्टीरिया में रहते थे। अंकित चौहान खुद टीसीएस सेक्टर-62 में सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे, जबकि उनकी पत्नी अमीषा सेक्टर-135 में आईटी कंपनी एसेंचर में काम कर रही थी। घटना वाले दिन 13 अप्रैल 2015 को अंकित चौहान अपने दोस्त गगन के साथ पत्नी से उनकी कंपनी में मिलकर फॉर्च्यूनर गाड़ी से अपने घर सेक्टर-76 लौट रहे थे। इसी दौरान बरौला बाईपास से होते हुए सेक्टर-76 जाते समय होंडा एकॉर्ड से हमलावरों ने उनकी गाड़ी को रोक लिया। अंकित पर हत्यारे ने ओवरटेक कर गोली चलाना शुरू कर दिया। पहली गोली स्टेयरिंग में लगी, जिससे डरकर अंकित ने नीचे झुकते हुए कार को घुमा दिया, लेकिन पेड़ से टकराकर कार रूक गई। इसके बाद हत्यारे साइड से अंकित पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर होंडा एकार्ड कार से भाग गए। यह मामला इतना ऊलझ गया था जिसके कारण सीबीआई ने इस हत्याकांड में सुराग देने वाले को पांच लाख रुपये इनाम देने की घोषणा भी की थी।