मेरी बहन पढ़ने में बहुत होनहार थी। बड़ी होकर सेना में लेफ्टिनेंट बनकर देश की सेवा करना चाहती थी। कुछ समय पहले ही उसने एयरफोर्स में अधिकारी पद के लिए परीक्षा भी दी। मुझे निकिता से बेहद प्यार था। ये लफ़्ज़ निकिता के भाई नवीन के हैं। निकिता अब इस दुनिया में नहीं हैं। सिरफिरे युवक की भेट चढ़ गई युवती।
घटना हरियाणा के फरीदाबाद की है। सुबह के समय दो युवक निकिता को जबरन गाड़ी में बैठाने लगे वह नहीं बैठी तो उसकी गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या करने वाले शख्स का नाम तौफीक बताया जा रहा है। खबर के अनुसार तौफीक निकिता के साथ 12वी कक्षा तक साथ में पढ़ा था। उसने 2018 में पीड़िता का अपहरण भी कर लिया था। उस समय परिवार ने एफआईआर दर्ज कराई थी। पर तौफीक के परिवार वालों का दुख देखर पीड़िता के परिवारजन ने उसे जेल नहीं भेजवाया। नवीन कहते हैं उस दिन अगर उसे जेल भिजवा दिया होता तो आज मेरी बहन जिंदा होती।
भरी आंखों से नवीन कहते हैं, “सोमवार को बहन की आखिरी परीक्षा थी। इसके बाद वो पूरी तरह फोकस सेना में जाने के लिए करना चाहती थी। उसने एनडीए की परीक्षा भी दी थी। ”
निकिता बीकाम ऑनर्स तृतीय वर्ष की छात्रा थी। अग्रवाल कॉलेज बल्लभगढ़ में पढ़ती थी। वारदात कॉलेज के बाहर हुई है। निकिता का इम्तहान चल रहा था भाई रोजाना बाईक से उसे कॉलेज छोड़ता और लेने जाता था। पर किसे पता था उनकी बहन की आज हत्या हो जाएगी।
युवक की अभी पहचान नहीं हो पाई है। उसने निकिता को क्यों गोली मारी इस बात का कोई खुलासा नहीं हुआ है। इस घटना से परिवार में गुस्सा है। वे लोग शव को सड़क पर रखकर प्रर्दर्शन कर रहे हैं।
निकिता की मां ने कहा है हम हमेशा बीजेपी के साथ रहे हैं। हमारी बेटी को यूपी की बेटी की तरह न्याय चाहिए। साथ ही उन्होंने आरोपियों के एनकाउंटर की मांग की है।
निकिता के परिवार का कहना है कि तौफीक कुछ दिनों से लड़की पर शादी का दबाव बना रहा था। सोमवार शाम को लड़की पेपर देकर बाहर निकल रही थी। तौफीक आया और जबरदस्ती गाड़ी में खींचने लगा। जब लड़की नहीं मानी तो उसने गोली मार दी। न तो लड़की, न परिवार और न कोई और, शादी के पक्ष में था।