इस्लामिक धर्म का प्रचार करने वाले जाकिर नाइक पर प्रवर्तन निदेशालय यानि ईडी ने अपना निशाना कस दिया है। सोमवार को बड़ा कदम उठाते हुए ईडी ने जाकिर नाइक की 200 करोड़ रूपये के मनी लॉन्ड्रिंग केस में इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (IRF) और अन्य की करीब 18.37 रूपये की संपत्ति जब्त कर ली है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जाकिर नाइक को दूसरा नोटिस जारी करके आंतक रोधी कानून के तहत हुए दर्ज मामले में 30 मार्च को पेश होने के लिए कहा है। इससे पहले भी एनआईए ने नाइक को पहला नोटिस जारी करते हुए 14 मार्च को पेश होने के लिए कहा था। अधिकारी ने बताया कि नाइक को नोटिस उसके मुंबई के आवास में भेजा गया था। अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए जाकिर नाइक साऊदी अरब में है। इससे पहले पिछले महीने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ईडी ने जाकिर नाइक के एक साथी को गिरफ्तार किया था। ईडी ने जाकिर नाइक की बहन नइलाह नौशाद नूरानी से भी पूछताछ की है क्योंकि नइलाह जाकिर नाइक की 5 कागजी कंपनियों में निदेशक थी। एनआईए भी नइलाह से पूछताछ कर चुकी है।
जाकिर नाइक के भारत आने के कोई संकेत अभी तक दिखाई नहीं दे रहे है। ढाका में हुए एक कैफे में आतंकी हमले के बाद मुंबई पुलिस पहले ही अपनी रिपोर्ट पेश कर चुकी है कि जाकिर नाइक आतंकी गतिविधियों में शामिल है जिसको लेकर ईडी उसे तीन बार समन भेज चुकी है और अब गिरफ्तारी करना चाहती है।
ईडी ने अपनी जांच में साबित किया कि जाकिर नाइक और उसकी संस्था ने 200 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग की है जिसमें से 50 करोड़ रूपये नाइक ने अपनी बहन नइलाह के खाते में जमा करवाए थे।