राजस्थान की राजधानी जयपुर की सड़क पर हैवानियत का खेल खेला गया। यात्रियों का वेलकम यानि स्वागत करने के दावे करने वाली लो फ्लोर बस में एक महिला यात्री की जमकर पिटाई कर उसे बस से लात मारकर धक्का देकर जमीन पर गिरा दिया गया। ये सब उस शहर में हुआ जहां रहकर एक महिला सीएम राजस्थान जैसे बड़े राज्य को संभालती हैं। पिंक सिटी जयपुर के रामबाग सर्किल पर किसी जल्लाद की तरह इस बस ड्राइवर ने महिला को लात-घूसों और बेल्ट से बुरी तरह पीटा, महिला बचने की कोशिश करती रही लेकिन ड्राइवर खींच-खींच कर उस पर बेल्ट के जख्म बरसाता रहा।

इस दौरान बस यात्रियों से खचाखच भरी थी। कई पुरुष सहयात्री भी खड़े और बैठे थे लेकिन उनकी मर्दानगी हवा हो गई थी। सभी पुरुष निरीह महिला को बेल्ट से पीटता हुआ देखते रहे, उन्हें न तो खुद पर शर्म आ रही थी और न ही महिला के चोटों पर उसकी निकली चीख, और कराह की आवाज उनके दिलोंदिमाग से टकराकर उन्हें झकझोर ही पा रही थी। नतीजा बड़ा अफसोसजनक रहा।

ड्राइवर कभी महिला को इधर खींचता तो कभी उधर और बस में सवार ये कथित पुरुष बेबसी की मर्दानगी के साथ देखते रहे। ड्राइवर को रोकना तो दूर की बात उसका विरोध तक करने की हिम्मत तक नहीं जुटा सके। जैसे कि न तो इनके हाथ हो और न पैर। इन पुरुषों पर शर्मिंदा ही हुआ जा सकता है। किसी शख्स ने हैवान ड्राइवर का सच अपने कैमरे में रिकॉर्ड कर लिया, इस तरह यह शर्मनाक सच दुनिया के सामने आया। खबर है कि, पीटने वाली महिला पर्स चुराने के मकसद से बस में चढ़ी थी और उसे वारदात को अंजाम देते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया था। लेकिन तब भी सवाल यही खड़ा होता है कि अगर महिला चोर भी है तो भी क्या उसे बेल्ट, लात और घूसों से इस तरह पीटा जाना चाहिये। फिलहाल पुलिस की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन स्थानीय पुलिस के अधिकारी इस मामले में संज्ञान तो ले ही सकते हैं क्योंकि वह बस में सवार पुरुषों की तरह तो नहीं हीं हैं जो कानून को हाथ में लेने वालों को टुकुर-टुकुर देखते रहे।

                                                 एपीएन, ब्यूरो रिपोर्ट