भारत को मिला नया उपराष्ट्रपति: सीपी राधाकृष्णन ने ली शपथ, राष्ट्रपति मुर्मू ने दिलाई शपथ

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भारत को मिला नया उपराष्ट्रपति
भारत को मिला नया उपराष्ट्रपति

चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन ने शुक्रवार को देश के 15वें उपराष्ट्रपति के रूप में पदभार संभाल लिया। राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक संक्षिप्त लेकिन गरिमामय समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें शपथ दिलाई। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कई अन्य वरिष्ठ नेता व गणमान्य लोग मौजूद थे।

लाल कुर्ता पहने राधाकृष्णन ने ईश्वर के नाम पर अंग्रेजी में शपथ ली। इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनने के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू सहित विभिन्न राज्यों के नेता भी पहुंचे। पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और वेंकैया नायडू ने भी समारोह में शिरकत की।

चुनाव और पृष्ठभूमि

हाल ही में हुए उपराष्ट्रपति चुनाव में राधाकृष्णन ने विपक्ष के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी को 152 मतों के अंतर से हराया। यह चुनाव इसलिए आवश्यक हुआ क्योंकि जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों से 21 जुलाई को पद छोड़ दिया था।

सीपी राधाकृष्णन का सफर

1957 में तमिलनाडु के तिरुप्पुर में जन्मे राधाकृष्णन ने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक की पढ़ाई की। वे आरएसएस से जुड़कर सार्वजनिक जीवन में आए और 1974 में जनसंघ की राज्य कार्यकारिणी के सदस्य बने। 1996 में उन्हें भाजपा का राज्य सचिव बनाया गया। 1998 में पहली बार कोयंबटूर से लोकसभा सदस्य चुने गए और 1999 में दोबारा सांसद बने।

सांसद रहते हुए उन्होंने कपड़ा उद्योग से संबंधित स्थायी समिति की अध्यक्षता की और वित्त परामर्श समिति सहित कई महत्वपूर्ण समितियों में कार्य किया। वे स्टॉक एक्सचेंज घोटाले की जांच करने वाली विशेष संसदीय समिति के सदस्य भी रहे।

अंतरराष्ट्रीय अनुभव

2004 में वे भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य के रूप में संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित कर चुके हैं। उसी वर्ष वे ताइवान जाने वाले पहले भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा भी बने।

भाजपा की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष रहते हुए (2004–2007) उन्होंने 93 दिन लंबी 19,000 किमी की रथयात्रा निकाली जिसमें नदियों को जोड़ने, आतंकवाद विरोध, समान नागरिक संहिता और नशामुक्ति जैसे मुद्दे शामिल थे।

प्रशासनिक और संवैधानिक जिम्मेदारियां

2016 में उन्हें कोच्चि स्थित कॉयर बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। उनके कार्यकाल में कॉयर निर्यात 2,532 करोड़ रुपये तक पहुंचा। 2020 से 2022 तक वे भाजपा के केरल प्रभारी रहे।

फरवरी 2023 में उन्हें झारखंड का राज्यपाल बनाया गया और उन्होंने शुरुआती चार महीनों में सभी 24 जिलों का दौरा किया। इसके अलावा उन्होंने तेलंगाना के राज्यपाल और पुडुचेरी के उपराज्यपाल का भी अतिरिक्त कार्यभार संभाला। जुलाई 2024 में वे महाराष्ट्र के राज्यपाल बने और पूरे राज्य का व्यापक भ्रमण कर विभिन्न वर्गों से संवाद स्थापित किया। राज्यपाल रहते हुए उन्होंने ग्रामीण विकास और उच्च शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष जोर दिया।

व्यक्तिगत जीवन और रुचियां

छात्र जीवन में राधाकृष्णन टेबल टेनिस चैंपियन और लंबी दूरी के धावक रहे। उन्हें क्रिकेट और वॉलीबॉल का भी शौक है। वे अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, इटली, स्पेन, पुर्तगाल, नॉर्वे, डेनमार्क, स्वीडन, फिनलैंड, बेल्जियम, नीदरलैंड, तुर्की, चीन, मलेशिया, सिंगापुर, ताइवान, थाईलैंड, मिस्र, संयुक्त अरब अमीरात, बांग्लादेश, इंडोनेशिया और जापान की यात्राएं कर चुके हैं।