Corbevax: भारत के औषधि महानियंत्रक (DCGI) ने सोमवार को 12-18 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए COVID19 वैक्सीन Corbevax को अंतिम स्वीकृति प्रदान कर दी है। COVID-19 के खिलाफ भारत का पहला स्वदेशी रूप से विकसित रिसेप्टर बाइंडिंग डोमेन (आरबीडी) प्रोटीन सब-यूनिट वैक्सीन, बायोलॉजिकल ई लिमिटेड के Corbevax वैक्सीन को 12 से 18 वर्ष के आयु वर्ग के लिए भारत के दवा नियामक से आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण (ईयूए) प्राप्त हुआ है। बता दें कि पिछले सप्ताह वैक्सीन की आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी के लिए आवेदन को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) को भेजा गया था, जिसे आज मंजूरी मिल गई है।
Corbevax को मंजूरी मिलने से टीकाकरण अभियान में तेजी की उम्मीद
गौरतलब है कि हैदराबाद स्थित फार्मास्युटिकल फर्म के गुणवत्ता और नियामक मामलों के प्रमुख, श्रीनिवास कोसाराजू ने डीसीजीआई को अवगत कराया था कि उसे सितंबर में 5-18 वर्ष की आयु के बच्चों और किशोरों के बीच कॉर्बेवैक्स के चरण 2/3 के अध्ययन करने की अनुमति मिली थी। कॉर्बेवैक्स के लिए उनकी मंजूरी से 15 से 18 साल के बच्चों और 12 से 14 साल की उम्र के बच्चों के लिए चल रहे टीकाकरण अभियान में तेजी आने की संभावना है।
DCGI ने पहले ही दो टीकों, भारत बायोटेक के कोवैक्सिन और अहमदाबाद स्थित Zydus Cadilla’s ZyCovD वैक्सीन को नाबालिगों के लिए मंजूरी दे दी है। ZyCovD वैक्सीन दुनिया का पहला प्लास्मिड-डीएनए वैक्सीन है जिसे 12 साल से ऊपर के बच्चों के लिए स्वीकृत किया गया है।
प्रोटीन एंटीजन तकनीक पर आधारित है Corbevax
बता दें कि Corbevax भारत का पहला स्वदेशी रूप से विकसित RBD प्रोटीन सब-यूनिट वैक्सीन है जो Covid-19 के खिलाफ है, और एक प्रोटीन एंटीजन तकनीक पर आधारित है। यह वैक्सीन शरीर की अपनी कोशिकाएं संक्रमण से बचाने के लिए एंटीबॉडी का उत्पादन करने के लिए शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को उत्तेजित करती हैं। इस बीच, भारत ने 15 से 18 आयु वर्ग के 1.5 करोड़ से अधिक किशोरों को कोविड टीकों की दोनों खुराक दी हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की सोमवार शाम की रिपोर्ट के अनुसार इस समूह को अब तक कुल 5,24,01,155 टीके की पहली खुराक और 1,63,10,368 दूसरी खुराक दी जा चुकी है।
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