हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज एक बार फिर अपने विवादित बयान को लेकर सुर्खियों में छा गए है। अनिल विज ने इस बार कांग्रेस पर निशाना साधते हुए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर आधारित कविता को शहीदों का अपमान बताया है। ये कोई पहला मौका नहीं है कि इस कविता पर बीजेपी के किसी नेता का बयान सामने आया है। इससे पहले भी बीजेपी नेता केलाश विजयवर्गीय इस कविता पर विवादास्पद बयान दे चुके हैं।
अनिल विज ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के जो लोग ये गीत गाते है कि ‘दे दी हमें आजादी बिना खड्ग बिना ढाल, साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल,’ यह उन शहीदों का अपमान है जिन्होंने आजादी की लड़ाई में अपनी शहादतें दीं‘।
Ye jo Congress ke log geet gaate hain ‘de di humein aazadi bina khadag bina dhaal, Sabarmati ke sant tune kar diya kamaal’, ye un shaheedon ka apmaan hai jinhone aazaadi ki ladai mein apni shahadatein di: Anil Vij, Haryana Minister pic.twitter.com/hMB74fms22
— ANI (@ANI) November 19, 2017
अनिल विज ऐसे ही विवादित बयानों की वजह से अक्सर चर्चा में बने रहते हैं। इससे पहले उन्होंने गुजरात चुनाव पर सभी विपक्षियों के एक होने पर कहा था कि 100 कुत्ते मिलकर भी एक शेर का मुकाबला नहीं कर सकते हैं।
आपको बता दें कि ये कोई पहला मौका नहीं है जब बीजेपी के किसी नेता ने महात्मा गांधी की इस कविता को लेकर विवादास्पद बयान दिया हो। इससे पहले साल 2016 में बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने एक सम्मेलन में महात्मा गांधी पर आधारित कविता पर विवादित बयान दिया था। कैलाश ने कहा था कि देश को आजादी गांधी पर बने गीत ‘दे दी हमें आजादी बिना खड़ग बिना ढाल, साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल… से नहीं मिली बल्कि भगत सिंह, राजगुरू, सुखदेव और चंद्रशेखर आजाद जैसे शहीदों के बलिदान से मिली है। जिसके बाद सम्मेलन का माहौल गर्मा गया था।
बीजेपी नेताओं का इस तरह से बयानबाजी करना सही है? क्या नेताओं को कोई भी बात कहने से पहले कुछ भी सोचना नहीं चाहिए।